सनावद-ओंकारेश्वर रोड रेलवे ट्रैक तैयार, सितंबर से चल सकेगी मेमू ट्रेन
रिपोर्टर मोहम्मद अय्यूब
इंदौर/खंडवा/रतलाम
भोपाल आरपीएफ त्योहारों पर बांटेगा यात्रियों के बच्चों को मिठाई
खंडवा जिले के सनावद से ओंकारेश्वर रोड स्टेशन तक पांच किमी लंबा रेलवे ट्रैक बनकर तैयार हो गया है। अगले महीने कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) पश्चिम रेलवे का निरीक्षण प्रस्तावित है। इसके बाद खंडवा से सनावद चलने वाली मेमू ट्रेन ओंकारेश्वर रोड तक रेलवे चलाएगा। निरीक्षण के बाद सितंबर से मेमू ट्रेन चलेगी। सिंहस्थ-2028 के लिए प्रधानमंत्री ज्योतिर्लिंग कॉरिडोर योजना के तहत ओंकारेश्वर रोड को नासिक रोड (त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग) स्टेशन से जोड़ा गया हैं ताकि दोनों ही ज्योतिर्लिंग के दर्शन सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालु आसानी से कर सके।
सनावद से ओंकारेश्वर रोड तक गेज कन्वर्जन का काम पूरा हुआ
गौरतलब है खंडवा-अकोला-इंदौर मीटरगेज से ब्रॉडगेज कन्वर्जन का काम जनवरी 2017 से चल रहा है। खंडवा-सनावद के बीच लोकसभा चुनाव से पहले मेमू ट्रेन का संचालन शुरू हुआ। इधर, सनावद से ओंकारेश्वर रोड तक गेज कन्वर्जन का काम अब पूरा हुआ है। पश्चिम रेलवे द्वारा ट्रैक का काम पूरा होने के बाद अब रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के निर्माण पर ध्यान दिया जा रहा है। प्लेटफार्म पर टिकट काउंटर-वेटिंग हाल के साथ शौचालय और पेयजल की व्यवस्था की जा रही है।
खंडवा स्टेशन से नासिक रोड स्टेशन की कुल दूरी 395 किमी है। जबकि सनावद स्टेशन की 60 किमी दूर है। सनावद से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग की दूरी 12 किमी है। वहीं नासिक स्टेशन से त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग 30 किमी दूर है। रेलवे अधिकारियों ने बताया खंडवा-महू ब्रॉडगेज के तहत सिंहस्थ 2028 से पहले ओंकारेश्वर-पतालपानी के
बीच ट्रैक का काम पूरा होने की संभावना नहीं दिख रही है। क्योंकि घाट सेक्शन में अभी काम की गति बहुत ही धीमी है। ऐसे में समय पर रेलवे ट्रैक तैयार नहीं हो पाएगा। इधर, ओंकारेश्वर से त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग को जोड़ने से वाया खंडवा दोनों ही स्थानों पर जाने के लिए श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी।
भोपाल स्टेशन के आरपीएफ का स्टाफ 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस), रक्षा बंधन, दशहरा, दीपावली सहित प्रमुख त्योहारों पर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के बच्चों को चॉकलेट व मिठाइयां बाटेगा। साथ ही आरपीएफ अपने महिला स्टॉफ व उनके बच्चों के माध्यम से रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर रंगोली और आकर्षक पेंटिंग भी बनवाएगा। इस दौरान जिस बच्चे की रंगोली या पेंटिंग अच्छी होगी, उसे पुरस्कृत करने की प्लानिंग भी की जा रही है। संभवतः इसी 15 अगस्त से यह शुरुआत हो सकती है। आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट प्रशांत यादव का कहना है कि शुरुआत भोपाल जैसे बड़े स्टेशन
से करेंगे, जिससे फीडबैक लिया जा सके। आरपीएफ अधिकारियों का मानना है कि त्योहारों के समय घर की तरह ही रेलवे स्टेशनों पर भी खुशनुमा माहौल बने, उसके लिए इस तरह का प्रयास शुरू कर रहे हैं। यात्रियों का अच्छा फीडबैक मिलने पर अन्य ए-1 और ए श्रेणी के स्टेशनों पर रंगोली व पेंटिंग बनवाने की शुरुआत की जाएगी।
इसी तरह आरपीएफ द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर में घूमने वाले भिखारियों का रेस्क्यू भी जल्द शुरू किया जाएगा। इसके लिए उन एनजीओ की मदद ली जाएगी। संभवतः इस प्रोजेक्ट की शुरुआत भी त्योहारों के दौरान की जाएगी।
*मिशन रफ्तारः खाचरौद-रुनखेड़ा के बीच ट्रैक पर री-अलाइनमेंट का काम पूरा*
मिशन रफ्तार के अंतर्गत रतलाम मंडल के नागदा-गोधरा खंड में ट्रैक में सुधार, पुल-पुलियाओं का मरम्मत, कर्व का री-अलाइनमेंट सहित अन्य कार्यों को ट्रेन परिचालन की सुगमता को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया ट्रेनों की गति बढ़ाने में कर्व का री-अलाइनमेंट सबसे महत्वपूर्ण बिंदु तो है ही, यह ट्रेनों के संरक्षित संचालन के लिए भी काफी उपयोग होता है। आवश्यकतानुसार नागदा-गोधरा खंड के विभिन्न लोकेशनों पर यह कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। इसी क्रम में 7 जुलाई को रतलाम मंडल के खाचरौद-रुनखेड़ा खंड में कि.मी. 680/21 से 679/17 के मध्य कर्व नंबर 126 अप लाइन का संपूर्ण री-अलाइनमेंट का कार्य किया गया। री-अलाइनमेंट के पूर्व यहां 2.75 डिग्री का कर्व था, जो री-अलाइनमेंट के बाद 1.75 डिग्री रह गया है। इसके कारण इस गोलाई में ट्रेन गति 125 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी, जो कि पहले 95 किलोमीटर प्रति घंटा थी। इस कार्य के अंतर्गत 830 मीटर लंबाई के नए ट्रैक को कट कनेक्शन विधि द्वारा 730 घंटे के मेगा ब्लॉक लेकर पुराने ट्रैक से जोड़ा गया। इंजीनियरिंग, सिग्नल, विद्युत टीआरडी एवं परिचालन विभाग के आपसी समन्वय के कारण ब्लॉक लेने के बावजूद इस मार्ग पर चलने वाली ट्रेनों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इस कार्य के लिए एक ट्रेन नागदा-रतलाम-नागदा पैसेंजर को 7 जुलाई को निरस्त किया गया था।