ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और विद्यालय पर लगा ताला
रिपोर्टर शिवानंद निर्मलकर
हाई उच्च विद्यालय अल्दा मे ताला बंदी का कारण है अध्यापक की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई मे आ रही दिक्कत और स्कूल में टीचर की कमी होने के कारण बाहर का परिजन अपने बच्चों को एडमिशन कराने में दिक्कत आ रही है इसी वजह से ग्रामीण के लोगो ने 8 तारिक सोमवार की सुबह स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया ताला लगाने के बाद ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शिक्षकों की कमी से बच्चों की हो रही शिक्षा पर प्रभावित
ग्रामीण ने बताया कि एक तरफ शिक्षण व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावा करते हैं परंतु उनकी स्कूल में टीचर ही नहीं है और यहां पर बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है अब नए स त्र के लिए परिजन एडमिशन लेने के लिए स्कूल जा रहे हैं तो उपस्थित अध्यापकों द्वारा स्टाफ की कमी और बेबसी जताकर अन्य स्कूलों में दाखिल करवाने की सलाह दी जा रही है। ऐसे में ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और कहा कि जब गांव में स्कूल है तो वे अपने बच्चों को बाहर पढ़ने के लिए क्यों भेजें और यदि गांव के स्कूल में बच्चे एडमिशन नहीं लेंगे तो स्कूल बंद हो जाएगा, इसलिए सरकार को चाहिए कि सरकारी स्कूलों में अध्यापकों और सुविधाओं की व्यवस्था की जाए।