शिक्षा के प्रति बच्चों में उत्साह देखकर कमिश्नर ने जाहिर की खुशी
रिपोर्ट -सुनीलशर्मा शहडोल
– कमिश्नर शहडेाल संभाग श्री बीएस जामोद ने आज शहडोल जिले के बुढार तहसील के माध्यमिक शाला नवलपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने कक्षा 8 वी के छात्र-छात्राओं से किताबंे पढवाई तथा कई प्रश्न छात्र-छात्राओं से पूछे। जिनका छात्र-छात्राओं ने कमिश्नर को सही एवं सटीक जवाब दिया। छात्र-छात्राओं से कमिश्नर के यह पूछे जाने की भविष्य में क्या बनना चाहतें है। जिस पर छात्र-छात्राओं ने जवाब दिए कि इंजीनियर, पुलिस आफिसर, टीचर, बनना चाहते है। छात्र-छात्राओं से कमिश्नर ने यह भी जानकारी ली कि डॉक्टर एवं इंजीनियर बनने के लिए क्या करना होगा। जिस पर अधिसंख्य छात्र-छात्राओं ने कमिश्नर को बताया कि डॉक्टर बनाने के लिए बायोलॉजी लेना पडेगा एवं इंजीनियर बनने के लिए गणित विषय का चयन कर पढाई करना होगा। छात्राओं से चर्चा करते हुए कमिश्नर ने छात्र-छात्राओं को बताया कि डॉक्टर बनने के लिए छात्र-छात्राओं को कक्षा 11 वीं से बायोलॉजी की पढाई करनी होगी। वही इंजीनियर बनने के लिए गणित, भौतिक एवं रसायन विज्ञान विषयों का अध्यन करना पडेगा। कमिश्नर ने बताया कि पुलिस अफसर और डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए छात्र-छात्राओं को किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री हासिल करनी होगी। स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद छात्र-छात्राएं डिप्टी कलेक्टर पुलिस आफिसर एवं अन्य सेवाओं के लिए होने वाली प्रतियोगिताओं में शामिल होकर उच्च अधिकारी बन सकते है। कमिश्नर ने मौके पर उपस्थित शिक्षकों को निर्देश दिए कि छात्र-छात्राओं को विषयों पढाई के साथ-साथ सामान्य ज्ञान की भी जानकारी दें। छात्र-छात्राओं को बताए कि इंजीनियर, पुलिस बनने, कलेक्टर बनने, किन विषयों की पढाई करना होगा। कमिश्नर ने इस दौरान प्राथमिक शाला नवलपुर का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया तथा मौके पर उपस्थिति शिक्षिका स्कूल देर पर पहुंचने पर उससे वस्तुस्थिति की जानकारी ली तथा निर्देश दिए कि वह प्रतिदिन समय पर पहुचे और निर्धारित समय पर बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देना सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने कहा कि स्कूलों में देरी से पहुचेने वाले शिक्षकों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। कमिश्नर ने प्राथमिक शाला नवलपुर निरीक्षण के दौरान स्कूल में बच्चों की कम उपस्थिति पर कडी नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिए कि शिक्षकों की जवाबदेही है कि स्कूलों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराएं, बच्चा का सतत मार्गदर्शन करते हुए उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें।
इस दौरान छात्र-छात्राओ ने कमिश्नर को पहाडे सुनाएं और प्रार्थना गाकर बताई।
प्राथमिक शाला सोनटोला के निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने कक्षा पहली एवं दूसरी के छात्र-छात्राओं से कहानियां सुनी, बच्चों से किताब पढकर सुनाने को कहा। जिस पर बच्चों ने कमिश्नर को कि किताब पढकर सुनाई।
इस दौरान कमिश्नर के समक्ष बच्चों ने खेलकूद का अभ्यास करके दिखाया। कमिश्नर के समक्ष बच्चों रस्सी कूद खेल का प्रदर्शन किया वहीं बास्केटबाल खेल का भी प्रदर्शन किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने शिक्षकों को बच्चों को आनंददायक शिक्षा प्रदान करें। बच्चों को पाठयक्रम विषयों के साथ-साथ खेलकूद की गतिविधियों से भी जोडे। उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा मनोरंजन होनी चाहिए।