एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत एमपी वर्किंग जनलिस्ट यूनियन के तत्वाधन में रोपे 5 सौ पौधे
रिपोर्ट राकेश नामदेव
सारनी। एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत एमपी वर्किंग जनलिस्ट यूनियन के तत्वाधन में विभिन्य प्रजाति के 5 सौ पौधे रोपे गए।
पौधा रोपण सोमवार शोभापुर बस स्टॉप के सामने एसडीओपी रोशन कुमार जैन, टीआई अरविंद कुमार कमरे,रेंज अधिकारी सुवेंदु नायक,व्यापारी संघ के अध्यक्ष अरविंद सोनी,अभय शंकर ( अब्बू भैया) मेहतो की उपस्थिति में कैम्पस बनाकर पौधा रोपड़ किया गया।
यूनियन द्वारा 3 साल पहले लगाए गए 5 सौ पेड़ यौवन अवस्था की दहलीज पार कर रहे हैं।
एसडीओपी रोशन कुमार जैन ने कहा कि एक पेड़ लगाकर उसकी परवारिश करना 10 पुत्रो के समान है। उन्होंने कहा कि बढ़ते मौसम का चक्र लगातार बिगड़ा जा रहा है,इसे यथावत रखने के लिए पौधा लगाना की एम मात्र उपाय है। रेंजर श्री नायक ने कहा कि प्रत्येक महिला-पुरुष को अपने जीवन मे वृक्षा रोपड़ करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने आमजनों से मार्मिक अपील करते हुए कहा कि पेड़ो को बचाना अतिआवश्यक हो गया है। आम जनता जनार्दन को जागरुक होकर जंगल रही आसपास लगे पेड़ों को बचाने के लिए संकल्पित होना चाहिए ताकि हम और आप मिलकर ग्लोबल वार्मीक से बढ़ती तपन को ठंडा करना चाहते हैं तो हरियाली उत्सव को धरातल में उतारना ही होगा।
टीआई अरविंद कमरे ने कहा कि घरों के आसपास जहां भी खाली जगह मिले वहां निस्वार्थ भाव से पेड़ लगाकर उसकी रक्षा करना चाहिए। वनों और रिक्त भूमि से वन का घनत्व घटने से समय पर बारिस नहीं होने से समस्त जीवधारी हैरान-परेशान हैं। अभय मेहतो ने कहा कि इंसान के पास मौज मस्ती करने के लिए धन के साथ समय भी अधिक है, लेकिन पौधा रोपण जैसे पुनीत कार्यो के लिए एक दूसरे का मुंह ताकते हैं। उन्होंने कहा कि मानव जन्म 84 लाख योनियों में भटकने के बाद मिला है इसे भोग विलास में गवाने से अच्छा है कि आने वाली पीढ़ी के लिए हम कुछ कर जाएं। श्री मेहतो ने कहा कि जरुरत की सारी वस्तु बगैर मेहनत के मिलने की वजह मनुष्य अपने मार्ग से भटकता जा रहा है, इंसान साथ में कुछ नहीं ले जायेगा बावजूद नाशवान संसार के भौतिक मूल्यों से भटकर मनुष्य अपने संस्कार भूलते जा रहा है।जीवन मे जिसने पेड़ नहीं लगाया उसका जीवन नरक के समान है। अरविंद सोनी ने कहा कि हमें जमीन से जुड़कर जमीन में रहने की जरुरत है,हम लोग बड़ी-बड़ी इमारत का निर्माण कर घुट-घुट कर मरते जा रहे है,हर इंसान को कम से कम जीवन मे 5 पेड़ लगाकर उन्हें पालना चाहिए। धूप में छाव का अहसास पेड़ों से ही मिलता है पेड़ हमे शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।