रुणजी गौतमपुरा में निकले ताजिये,हिजरी की 10 तारिक को मनाया जाता है मोहर्रम

रिपोर्ट राकेश पाटीदार
दबंग केसरी रुणजी गौतमपुरा मप्र.मोहर्रम पर बाजार सुबह से बंद रहे, नगर में आ रहे त्यौहार पर गौतमपुरा थाना ने अपील की थीं, शांति समिति के माध्यम से नागरिक जागरूकता
में नगर में सभी वर्गों के त्यौहार शांति और सौहार्द से मने
ताजिये के साथ जुलुस निकले कई मंचों पर जगह जगह स्वागत किया गया,
*क्या है इस दिन का महत्व ?*
मुहर्रम को लेकर शिया और सुन्नी दोनों समुदाय की अलग-अलग मान्यताएं है और इस दिन को अलग-अलग तरीके से मनाते हैं. इस दिन रोजा रखने से अल्लाह खुश होते हैं और उनका आशीर्वाद बना रहता है. इस दौरान सुन्नी समुदाय के लोग 9 और 10 वीं तारीख को रोजा रखते हैं, तो वहीं शिया समुदाय के लोग 1 से 9 तारीख के बीच में रोजा रखते हैं.
*क्यों मनाया जाता है मुहर्रम?*
इस्लाम धर्म के लोगों का दुख का त्योहार मुहर्रम है. हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ मोहर्रम माह के 10वें दिन कर्बला के मैदान में शहीद हो गए थे, इसलिए उनकी शहादत और कुर्बानी के तौर पर इस दिन को याद किया जाता है और उनकी शहदत और कुर्बानी को याद करके ही मुहर्रम का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन मुस्लिम सम्प्रदाय के लोग ताज़िया निकालते हैं. इसे हजरत इमाम हुसैन के मकबरे का प्रतीक मानते है और जुलूस निकाल कर लोग शोक व्यक्त करते हैं. इस जुलूस में लोग अपनी छाती पीटकर इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हैं.
इस पर मुस्लिम समाज और
जनप्रतिनिधियों की गरिमामय उपस्थिति,वार्ड पार्षद महेश पाटीदार,राजा पाटीदार, पूर्व पार्षद महेश पाटीदार, ईश्वर पाटीदार, व बीजेपी कांग्रेस के लोगो ने आपसी भाई चारा बना रहे समाज में एकरूकता की मिसाल हो ,,,उपस्थिति रही रुणजी से युसूफ खलीफा, सहजाद उस्ताद, फरीद, आसिक नारु खान, अयूब, गफूर, जावेद
सत्तार खा मंसूरी, इकबाल मंसूरी, शाकिर, गोरी, अयूब खान ने व्यवस्था को संभाला और जलसे की व्यवस्था देखी