झोला छाप डाक्टरों पर मोहन सरकार सख्त,सभी जिला कलेक्टरों और चिकित्सा अधिकारियों को कार्यवाही के निर्देश

रिपोर्ट गणेश पाण्डेय
डिंडौरी (दबंग केसरी)मध्य प्रदेश में अब झोलाछाप डॉक्टरों की खैर नहीं रहेगी. मोहन सरकार झोलाछाप डॉक्टरों को लेकर एक्शन मोड पर है. उन्होंने सभी कलेक्टर और CMHO को फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.जिले में जगह जगह झोला छाप डॉक्टरों की क्लिनिक देखी जा सकती है ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे डॉक्टरों की भरमार है ।
मोहन सरकार ने प्रदेश के समस्त कलेक्टर और जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों (CMHO) को झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है. साथ ही फर्जी डॉक्टरों को नियंत्रित कर आवश्यक कार्रवाई करने निर्देश दिया गया है. ।
बिना उपयुक्त चिकित्सकीय ज्ञान के अनुचित उपचार, रोगियों के लिए प्राणघातक सिद्ध हो सकता है। ऐसे कई प्रकरण उजागर हुए हैं जिसमें झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा गलत औषधियों के उपयोग करने से Abscess, Gangrene, Hypersensitivity reaction, Anaphylaxis, Shock आदि होने एवं यथोचित उपचार के अभाव में रोगियों की मृत्यु हुई है। माननीय राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग एवं म.प्र. मानव अधिकार आयोग द्वारा भी समय-समय पर विद्याराधीन विभिन्न प्रकरणों में झोलाछाप चिकित्सकों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है।जिसमे निर्देशित किया गया है किः-
1. प्रदेश में अपात्र व्यक्तियों/झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा अनैतिक चिकित्सकीय व्यवसाय को नियंत्रित करने हेतु समस्त जिलों में ऐसे अमानक क्लीनिक्स व चिकित्सकीय स्थापनाओं को तत्काल प्रतिबंधित किया जाए।
2. जन समुदाय में ऐसे अपात्र व्यक्तियों से उपचार प्राप्त करने पर संभावित दुष्परिणामों के संबंध में जागरूकता लाई जाए एवं शासन द्वारा ग्रामीण स्तर तक उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित की जाए।