चरित्र पर शक: दोस्त के साथ मिलकर दुश्मन को उतारा मौत के घाट
रिपोर्टर हर्षित चौरसिया
चौरई:-दस दिन पूर्व 6 जुलाई को चौरई के वार्ड एक में हुई हत्या का राज खुल गया है। चरित्र शंका पर एक युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपने जानी दुश्मन की हत्या कर दी। पुलिस ने सूक्ष्म छानबीन के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सलीम बी पति शेख आमीन मंसूरी उम्र 45 साल निवासी वार्ड क्र.01 चौरई ने रिपोर्ट लेख लिखाई थी कि 06 जुलाई 24 के शाम करीब 7.00 बजे पति एवं बच्चे घर पर थे तभी मेरा लड़का राजा उर्फ साहिब मंसूरी अपने मोबाईल पर बात करते – करते घर से निकलकर चला गया और रात 09.30 बजे तक घर वापस नही आया तो मैने अपने छोटे लड़के अनीस से बोली कि राजा उर्फ साहिब अभी तक घर वापस नही आया उसे फोन लगाकर पूछो कहा है तो मेरा छोटा लड़का अनीस ने राजा के मोबाईल में फोन लगाया तो उसका मोबाईल नंबर बंद बता रहा है।तब मैं, मेरे पति शेख आमीन,लड़की आयशा,अंजुम सभी लोग बाहर निकले और आसपास रेलवे पटरी तरफ देखने लगे मैं, मेरा छोटा लड़का,लड़की नया मकान तरफ गये थे देखे कि सैप्टिक टैंक के पास खून पडा हुआ है वही राजा की चप्पल पडी है, सैप्टिक टेंक के अंदर देखे तो राजा उर्फ साहिब औंधा पडा हुआ है जो मैं जोर से चिल्लाने लगी तब मेरे पति शेख आमीन आ गये और टैंक के अंदर से राजा को बाहर निकाले तब आसपास के और भी लोग आ गये थे । मृतक राजा उर्फ साहिब पिता आमीन मंसूरी उम्र 21वर्ष को दांहिने कान के ऊपर गहरी चोट, सिर में दांहिने तरफ,भौंह में कटा हुआ,दांहिने गाल में चोट, दांहिने जबडे में चोट के निशान है जिसे किसी ठोस वस्तु से मारपीट कर गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या की गयी है, सूचनाकर्ता सलीम बी की रिपोर्ट पर मर्ग कायम कर मृतक के शव की जांच पंचनामा कार्यवाही, पी.एम. कराया गया। मृतक का शव संदिग्ध अवस्था में पाये जाने भौतिक साक्ष्य के आधार पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अप. क्र. 574/24 धारा 103(1), 238 B.N.S. का पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
*वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश*
पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा मनीष खत्री एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह द्वारा मृतक की मृत्यु के सबंध विशेष दिशा निर्देश में सघनता से जांच कर उक्त अंधे हत्याकांड का खुलासा करने हेतु अनु.अधि. (पुलिस) चौरई सौरव तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित कर थाना प्रभारी चौरई दिलीप पंचेश्वर को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। थाना स्तर पर 04 अलग-अलग टीम गठित कर सायबर सेल की मदद से अंधे हत्या का खुलासा किया गया ।
*ऐसे हुई राजा की हत्या*
राजेश उर्फ राजा धुर्वे (आरोपी) से मृतक राजा उर्फ साहिब मंसूरी का चरित्र शंका को लेकर विवाद था। इसी बात को लेकर मृतक राजा उर्फ साहिब मंसूरी और राजेश उर्फ राजा धुर्वे के साथ पूर्व में दोनों के बीच लडाई झगडा मारपीट तथा विवाद हुआ था। इसी बात की रंजिश रखते हुए राजेश उर्फ राजा धुर्वे ने दोस्त अंकित मरकाम के साथ प्लान बनाया कि राजा उर्फ साहिब को मारना है जो दोनो छिंदवाडा रहकर मजदूरी करते हैं। दिनांक 06 जुलाई 24 को अंकित मरकाम की मोटर साईकिल से छिंदवाडा से चौरई आये और इशमायरा सिटी से होते हुये चंदनवाडा रेलवे ट्रेक के पास मोटर साईकिल खडे कर पटरी से होते हुये मृतक राजा उर्फ साहिब के घर आकर छुप गए और मृतक राजा उर्फ साहिब के आने का इंतजार करते रहे। कुछ देर बाद मृतक राजा उर्फ साहिब अपने नये घर तरफ आया और बैठ कर मोबाईल चलाने लगा जो राजेश उर्फ राजा धुर्वे ने राड से पीछे से एकदम से सिर के दांहिने तरफ मार दिया जिससे मृतक राजा उर्फ साहिब गिर गया और अंकित मरकाम ने भी लोहे के पाईप से मारा और दोनो लोगो ने मृत अवस्था में राजा उर्फ साहिब को सैप्टिक टैंक के अंदर डाल कर ऊपर से लकड़ी का पल्ला ढाक दिये थे और जिस राड एवं लोहे के पाईप से मारा था उसे चंदनवाडा रोड नाले के पास झाडी में फैंक दिये थे और मृतक का मोबाईल राजेश उर्फ राजा धुर्वे अपने साथ लेकर घर चला गया था और घर के पीछे तालाब में फैक दिया था, जिसे बरामद किया गया है। प्रकरण में दोनो आलाजर्जर राड एवं पाईप, मोटर साईकिल एवं घटनावक्त पहने हुये कपडे जो आरोपीगणो ने छुपा दिये थे जप्त किया गया । प्रकरण में दोनो आरोपी राजेश उर्फ राजा धुर्वे एंव अंकित मरकाम को गिरफ्तार कर मानीनय न्यायालय पेश किया जाकर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
*इस टीम ने पकड़ा आरोपियों को*
थाना प्रभारी दिलीप पंचेश्वर, उ.नि.लता मेश्राम, सावित्री बघेल, महेन्द्र भगत, जितेन्द्र यादव, रंजीत धुर्वे, सउनि शेख असगर अली, सुशील त्रिपाठी, शैलेष ठाकुर, हिरैशी नागेश्वर, आर सतीश बघेल, योगेश मालवी, राजू भारती, कन्हैया सनोडिया एवं सायबर सेल आरक्षक आदित्य रघुवंशी की महत्वपूर्ण भूमिका रही