4 वर्ष से रेत खदानें बंद पंचायत में लग रहे फर्जी रेत के बिल

रिपोर्टर मनीष कंथरिया
ग्राम पंचायत गडारी में लाखों के फर्जी बिलों के हुए भुगतान
पलेरा। जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गडारी में जमकर रेत के फर्जी बिल लगाकर फर्जी तरीके से राशि का आहरण करने का मामला सामने आया है जहां एक ओर जिले में लगभग 4 वर्ष से रेत खदानें स्वीकृत नहीं है तो वहीं दूसरी ओर फर्जी फर्मों के द्वारा फर्जी बिल लगाकर लाखों की राशि आहरण करने का मामला सामने आया है ग्राम पंचायत गडारी में 28 1 2024 को राम राजा बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के द्वारा 73500 का बिल ग्राम पंचायत के निर्माण कार्य के संबंध में लगाया गया था जिसमें 15 ट्रॉली रेत संबंधित धर्म संचालक के द्वारा ग्राम पंचायत में सप्लाई की गई थी जिसका भुगतान 37500 है लेकिन जब जिले में रेत खदानें बंद है तो आखिर यह है रेत आई कहां से यदि रेत चोरी करके डाली गई है तो क्या पुलिस सो रही थी या फिर यह सब पुलिस की मिली भगत से हो रहा था यह मामला हास्यास्पद है जिलेभर में रेत की खदाने बंद है यदि रेत का अवैध कारोबार क्षेत्र में किया जा रहा है तो स्थानीय पुलिस व खनिज विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं या फिर सुविधा शुल्क लेकर जनपद के कर्मचारियों के द्वारा ऐसे फर्जी बिल का भुगतान किया गया है यदि जनपद के कर्मचारियों के द्वारा फर्जी तरीके से बिल का भुगतान किया गया है तो ऐसे कर्मचारियों पर भी कार्यवाही लाजमी है रामराज बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के द्वारा आखिर रेत कहां से लाई गई है यदि स्वीकृत खदान से रेत लाई गई होगी तो निश्चित ही रेत की रॉयल्टी विक्रेता के पास होना आवश्यक है यदि स्थानीय क्षेत्र से ही रेत का विक्रय किया गया है तो स्थानीय प्रशासन की स्वीकृति होना भी आवश्यक है लेकिन किसी भी प्रकार की स्वीकृति व रॉयल्टी ना होने के बावजूद भी जमकर ग्राम पंचायत में फर्जी बिलों का भुगतान किया जा रहा है ग्राम पंचायत गडारी के बिलों कि यदि निष्पक्ष तरीके से जांच की जाए तो लाखों की राशि का गवन इस पंचायत में सामने आएगा