नगरपालिका का दर्जा नहीं देने से लोगों में आक्रोश, दो दिन सांकेतिक संपूर्ण मंडी बंद का ऐलान
रिर्पोटर: जन्डू जगजीत /परविंदर सिंह
घड़साना अनूपगढ़ जिले की नई मंडी घड़साना को नगरपालिका का दर्जा देने की मांग तूल पकड़ रही है। इसके तहत बुधवार शाम को व्यापार मंडल में बैठक रखी गई , जिसमे कि बड़ी संख्या में व्यापारी व घड़साना निवासी पहुंचे । बैठक में वक्ताओं ने रोष जताते हुए पर कहा कि भाजपा सरकार की ओर से बजट में घड़साना को नगरपालिका दर्जा देने की पूरी आस थी, लेकिन जैसे ही बजट आया, घड़सनावासियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने करीब 2 दर्जन नगरपालिका तथा वर्तमान भाजपा सरकार ने 18 नगरपालिका बनाने की घोषणा की थी, लेकिन घड़साना को एक बार फिर इस सुविधा से वंचित कर दिया गया। नगरपालिका का दर्जा नहीं मिलने से इलाके में सफाई व्यवस्था का जनाजा निकला हुआ है, जिसके चलते आमजन को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार घड़साना से सौतेला कर रही है । बैठक में निर्णय लिया कि व्यापारी व जागरूक लोग शुक्रवार को घड़साना को नगर पालिका का दर्जा देने की मांग का ज्ञापन एसडीएम को सौंपेंगे। साथ ही शनिवार व रविवार को सांकेतिक मंडी बंद की घोषणा भी की गई।
मंडी बंद की घोषणा ने पहले व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन दुग्गल ने सभी व्यापारियों व पहुंचे हुए सभी घड़साना वासियों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत रहने को कहा और मंडी बंद की घोषणा कर दी और बताया कि इन दोनों दिनों में आगामी निर्णय लिया जाएगा।
इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन दुग्गल, मांगीलाल जैन, मंगत अग्रवाल, मोटनदास नायक, संदीप ढिल्लों, दर्शन जसुजा, नेमचंद लखोटिया, सतवीर गर्ग, मनीराम सोलंकी, रामकुमार सेवटा, राजू बिश्नोई, सन्नी खुराना, गुरविंद्र मककड़, राजीव खिरबाट, गौरीशंकर जिंदल, राजेश बाहती, खुशीराम बंसल, सतीश जिंदल, पाबूराम नायक, रामचंद्र सारडीवाल, सुरेश खाम्बरा आदि मौजूद रहे।