उग्र आंदोलन के लिए बाध्य एनएचएम कर्मचारी संघ

रिपोर्ट – राजीव गुप्ता
जशपुर, 18 जुलाई 2024 – छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ के आव्हान पर एन एच एम संघ जिला जशपुर इकाई के द्वारा पूर्ववर्ती व वर्तमान सरकार की घोषणा के बाद भी वर्षों से लंबित मांगों की पूर्ति नहीं होने के कारण विरोध स्वरुप दिनांक 22 से 23 जुलाई 2024 तक दो दिवसीय ध्यानाकर्षक प्रदर्शन के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला जशपुर को ज्ञापन सौंपा गया। जिले के अन्य सभी विकासखंड में 2 दिवसीय सामूहिक अवकाश का ज्ञापन संबंधित अधिकारियों को विकासखंड में कार्यरत संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने आज दे दिया है।
कर्मचारी संघ द्वारा वार्तालाप में यह बताया गया कि आगामी 22 व 23 जुलाई 2024 को होने वाला दो दिवसीय ध्यानाकर्षक प्रदर्शन (सामुहिक अवकाश) वर्तमान सरकार के वादा खिलाफी ( 27% प्रतिशत वेतन वृद्धि व 100 दिन के भीतर कर्मचारी हित मे कमेटी का गठन व संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की त्वरित कार्यवाही) के कारण वर्तमान दो दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया जा रहा है। यदि उक्त ध्यानाकर्षक प्रदर्शन के बाद भी यदि शासन के द्वारा कर्मचारी हित मे कोई पहल नहीं की जाती है तो ना चाहते हुए भी हम छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ के बैनर तले अनिश्चित कालीन हड़ताल को बाध्य होंगे।
एन एच एम कर्मचारी संघ जिला जशपुर के इस वक्तव्य के बाद यह देखना महत्वपूर्ण है कि जहाँ माननीय मुख्यमंत्री महोदय विष्णु देव साय जी की सरकार जहाँ अपने अन्य वादों को साय-साय पूरा कर रही है वहां आश लगाये बैठे एन एच एम कर्मचारी संघ की मांगों को लेकर क्या? रुख अपनाती है। यह तो समय ही बताएगा? वैसे कर्मचारी संघ ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय विष्णु देव साय, जी के नेतृत्व वाली सरकार और मोदी की गारंटी पर पूरा भरोसा जताया है और कहा है कि वर्तमान मानसून सत्र मे प्रदेश की सरकार
एन एच एम कर्मचारी संघ के लंबित 27 % वेतन वृद्धि सहित नियमितीकरण के सम्बंध में आवश्य सकारात्मक निर्णय लेगी।
जो भी हो यदि स्वास्थ्य अमला हड़ताल को बाध्य होता है तो ना सिर्फ जिले की अपितु पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाएगा। वैसे भी बारिश के मौसम में बीमारियों का प्रकोप जहां अपने चरम पर है और ऐसे में स्वास्थ्य अमला का हड़ताल में जाना स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल देगा।