ग्राम मदान मुड़ा के जयलाल सोनवानी की पुत्री और पुत्र ना बोल सकते है और ना ही सुन सकते हैं,,

रिपोर्टर, दिलीप नेताम
प्रकृति किसे क्या देता है और किस से क्या ले लेता है ये तो वो ही जानता है,, हम इन्सान तो केवल माटी के पुतले है जो जलते भी है और बुझते भी हैअगर इन्सान का एक हांथ नही रहता है तो वो भी आपाहिज की जिन्दगी जी लेता है,, परंतु जिसके हाथ पैर आंख सभी सलामत हो परंतु वह बोल ना सके और ना ही सुन सके वह लोग कैसे करते हैं, क्या-क्या दिक्कतें आती है यह तो वह लोग ही जानते हैं,, ऐसे ही एक तकदीर के मारे हुए जय लाल सोनवानी की पुत्र और पुत्री, कृष्णा और पूजा जो की इन लोगों में से पूजा की उम्र 18 वर्ष और कृष्णा की उम्र 14 वर्ष,, है,,इनके उम्र में केवल 04 वर्ष का ही फर्क है,, केवल इनके माता पिता,, ही है जो इनके इशारे और भावनाओं को समझते है बाकि कोई नही समझ सकते,, जीवम के सभी दैनिक कार्य और रात का नित्य कार्य का अधिभार केवल इनके माता पिता ही लिए हैं,, कुछ भी इनके लाइफ में नही है,, इनके माता पिता गरीब होने की वजह से इनका ईलाज कराने में असमर्थ है कान में सुनने की मशीन भी खरीदने के लिए सक्षम नहीं है,, ये बच्चे पढ़ना लिखना चाहते तो है इनके माता पिता की भी इच्छा है परन्तु क्या करे मजबूर है,, ऐसा कोई स्कूल ऐसा कोई संस्था है जो इन लोगों का मदद कर सकें,, शासन से सरकार से यहां के विधायक जी से भी इनकी गुजारिश है कि कोई तो आगे आएं इनके उज्जवल भविष्य के लिए, बहुतायात में ना सही पर कोई तो आए इनके सपने को साकार करने के लिए,, अगर कोई विध्यालय है तो महंगे फीस दूरियां भी काफी,, इसलिए,, गरियाबंद जिले या छतीशगढ राज्य रायपुर तक जो कि इनके माता पिता आ जा सके,, जब कृष्णा से इशारे से पूछे इनके माता पिता की वो पढ़ लिख कर क्या बनना चाहते है तो डॉक्टर बनना चाहता है,, और जब पूजा से पूछा गया तो वो एक डांसर बनना चाहती है,,