गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रामपालकी धाम एवं बरखेड़ा में लगा भक्तों का ताता

रिपोर्टर रवीन्द्र सिसोदिया
नालछा में गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर श्री श्री 1008 सर्वेश्वर दास जी महाराज की तपोभूमि रामपालकी धाम पर प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष अभी भंडारे का आयोजन किया गया। वही भक्त बड़ी संख्या में रामपाल की धाम पर पहुंचकर गुरु महाराज की समाधि स्थल पर जाकर पूजन पाठ कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
*बरखेड़ा धाम पर भी लगी रही भक्तों की भीड़*
श्री श्री 1008 सर्वेश्वर दास जी महाराज के शिष्य श्री श्री 108प्रेमदास जी महाराज द्वारा ग्राम बरखेड़ा धाम में भंडारे का आयोजन कर बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग वहां पर पहुंचकर गुरुजी को तिलक लगाकर पूजन अर्चन कर गुरु नाम लिए।
*गुरु पूजन का महत्व*
पौराणिक मान्यता के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर महाभारत के रचयिता वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। इस कारण से गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। बही हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार हर साल के आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु पूर्णिमा का महत्व गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतीक है। इस दिन, शिष्य अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उनके ज्ञान और मार्गदर्शन के लिए उनका सम्मान करते हैं।