सनातन धर्म का महान पर्व गुरु पूर्णिमा संत रामपाल जी महाराज

रिपोर्ट प्रशान्त पटेल
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर संत रामपाल जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित सत्संग में सृष्टि रचना के शास्त्र प्रमाणित विषय पर विशेष प्रवचन दिया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर छत्तीसगढ़ के जिला – बलौदाबाजार के नगर पंचायत भाटापारा के मंगल भवन में हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ:
1.प्रवचन:- संत रामपाल जी महाराज ने वेद, पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों के माध्यम से सृष्टि रचना की प्रक्रिया का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि सृष्टि की रचना कब, कैसे और किसके द्वारा हुई, इसके बारे में शास्त्रों में क्या लिखा है।
2.भक्ति विधि:- संत रामपाल जी महाराज ने अपने सत्संग में शास्त्र प्रमाणित भक्ति विधि भी बताए जिसे सुनकर अनुयायियों का जीवन धन्य हो गया और माहौल को भक्तिमय बना दिया।
3.ध्यान और साधना: – प्रवचन के दौरान सहज ध्यान और साधना के महत्व पर भी जोर दिया गया। संत रामपाल जी महाराज ने अपने अनुयायियों को सहज ध्यान और उसके लाभ के बारे में बताया।
सृष्टि रचना के शास्त्रीय प्रमाण: :- संत रामपाल जी महाराज ने विभिन्न शास्त्रों से प्रमाण प्रस्तुत करते हुए बताया:
1.वेदों से प्रमाण:- वेदों में सृष्टि की उत्पत्ति, पालन और विनाश के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई है।
2.पुराणों से प्रमाण:- पुराणों में भी सृष्टि की रचना के विषय में कई कथाएं और विवरण मिलते हैं, जिनका संत रामपाल जी महाराज ने उल्लेख किया।
3.अन्य धार्मिक ग्रंथ:- अन्य धार्मिक ग्रंथों में भी सृष्टि रचना के विषय में जो जानकारी है, उसे संत रामपाल जी महाराज ने अपने प्रवचन में सम्मिलित किया।
4.सूक्ष्म वेद से प्रमाण:- कबीर साहेब जी की अमृतवाणी ही सूक्ष्म वेद है, जिनके अनुसार सत्यपुरुष ने अपने शब्द शक्ति से अखिल विश्व ब्रह्मांड और उसमें उपस्थित सर्व प्राणियों की उत्पत्ति की। यह कार्यक्रम न केवल ज्ञानवर्धक था, बल्कि इसे सुनकर सभी भक्तों ने आध्यात्मिकता और धर्म के प्रति अपनी समझ को और अधिक गहरा किया। इस आयोजन ने गुरु पूर्णिमा के महत्व को भी रेखांकित किया और गुरु के प्रति श्रद्धा और समर्पण को और बढ़ाया।
आयोजन में जिला से सेवादार अदालत दास मानिकपुरी, दीनदयाल पटेल, गुमान सिंग साहू, जीतेश देवांगन, उत्तम साहू, ओंकार पटेल, जोहन साहू, संतोष साहू, सेवक पटेल उपस्थित रहे।