बुन्देलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ श्री श्री 1008 श्री देव श्री जागेश्वर नाथ धाम

रिपोर्ट राजेन्द्र तिवारी
आज सुबह चार बजते ही भक्तों की कतार लग चुकी थी रात्रि साढे तीन बजे पुजारी ने मंदिर खोला भगवान जागेश्वर नाथ का पूजा पाठ कर अभिषेक किया ठीक ब्रह्म मुहूर्त में साढे चार बचे भगवान जागेश्वर नाथ की आरती हुई, उसके पश्चात भक्तों के लिए कपाट खोल दिये गये, कपाट खुलते ही हर हर महादेव के जय घोष से मंदिर गूंज उठा, आज सोमवार से श्रावण मास का प्रारंभ हो चुका है जो अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन को समाप्त होगा, पूरे मास में इस बार पांच सोमवार पढ़ रहे हैं, जो क्रमशः 22, 29,जुलाई को, एवं 5,12,19 अगस्त को पढेंगे, आज पहले सोमवार की भीड़ देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है, कि आने वाले चार और सोमवार को ज्यादा भक्तों के आने की सम्भावना है मंदिर समिति भी व्यवस्था में चौकन्न है और श्रावण मास के बाद 2 सितंबर को सोमवती अमावस्या भी पढ़नी है, श्रृद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो जिसके चलते मंदिर समिति व प्रशासन ने भी अच्छी व्यवस्था की है, चारों दिशाओं से हजारों लाखों की संख्या में भक्त आते हैं व कांवडिये भी सारे तीर्थों का जल लाकर भगवान जागेश्वर नाथ को अर्पित करते हैं, बहुतायत कांवडिए मां नर्मदा का जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए आते हैं, भगवान जागेश्वर नाथ से भक्त जो भी मांगते हैं उनकी वो इच्छा पूरी होती है ऐसी मान्यता है, इसलिए जो भक्त एक बार आकर अपनी झोली भगवान जागेश्वर नाथ के सामने फैलाते हैं, भगवान उनकी वो इच्छा पूरी जरूर करते हैं, भगवान जागेश्वर नाथ को तेरहवा ज्योतिर्लिंग भी कहा जाता है,पिछले पांच सौ सालों से जागेश्वर नाथ बांदकपुर में विराजमान हैं, आज दर्शनार्थियो की उर्जा व उत्साह देखने को मिला जैसा कि भक्तों को मालूम हुआ कि भगवान जागेश्वर नाथ का भव्य कॉरिडोर बनने जा रहा है भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, उत्साह देखते ही बनता था , जिस हिसाब से भीड़ बढ रही है उस हिसाब से मंदिर का कॉरिडोर मंदिर के चारों तरफ कम से कम 100 मीटर में होना चाहिये ताकि जो भीड़ धक्कामुक्की होती है वो नहीं होगी ऐसा भक्तों ने कहा,,,