Dabang Kesari

Latest Online Breaking News

मप्र के मुरैना जिले में जिलाबदर बदमाशों ने बाइक सवार चचेरे भाइयों को बंधक बनाया

 

रिपोर्टर-महेंद्र सिंह लहरिया

 

मुरैना, कैलारस। कलेक्टर न्यायालय द्वारा एक साल के लिए जिलाबदर किए गए बदमाशों ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाइक सवार चचेरे भाइयों को पकड़कर बंधक बना लिया। मारपीट करने के बाद फोनपे से हजारों रुपये आनलाइन ट्रांसफर किए। बंधक बनाए गए युवकाें में से एक छूटकर भागा और उसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। कैलारस पुलिस ने इस मामले तीन नामजद सहित कुल चार बदमाशों पर केस दर्ज किया है।

सुमावली थाना क्षेत्र के गदाल का पुरा गांव निवासी नीतेश पुत्र भंवर सिंह कुशवाह अपने ताऊ के बेटे सतीश कुशवाह के साथ शुक्रवार की शाम को गरमोरा गांव जा रहा था। शेरपुर रोड पर राजमहल होटल के पास उन्हें सौरभ, रघ्घू सिकरवार, छोटू सिकरवार व एक अन्य बदमाश ने रोका।

सुमावली थाना क्षेत्र के गदाल का पुरा गांव निवासी नीतेश पुत्र भंवर सिंह कुशवाह अपने ताऊ के बेटे सतीश कुशवाह के साथ शुक्रवार की शाम को गरमोरा गांव जा रहा था। शेरपुर रोड पर राजमहल होटल के पास उन्हें सौरभ, रघ्घू सिकरवार, छोटू सिकरवार व एक अन्य बदमाश ने रोका।

रघ्घू और छाेटू सिकरवार आदतन अपराधी होने के कारण एक साल के लिए जिलाबदर हैं। इन बदमाशों ने नीतेश और सतीश को बंधक बनाकर रेलवे लाइन के पास एक खेत में रखा, वहां मारपीट कर रुपयों की मांग की। बकौल नीतेश उसके फोन पे से बदमाशों ने तीन बार में करीब आठ हजार रुपये अपने खातों में जमा कर लिए।

बदमाशों को झांसा देकर सतीश वहां से भाग निकला और थाने पहुंचा। पुलिस ने नीतेश की मोबाइल लोकेशन के आधार पर 15 से 20 मिनट में ही घटनास्थल की घेराबंदी कर दी और नीतेश को मुक्त करा लिया। पुलिस के हाथ एक आरोपित भी लगा है। चारों बदमाशों पर बंधक बनाने, धमकाने, रुपये वसूलने जैसी कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

*पुलिस के अनुसार दो बदमाश आदतन अपराधी हैं। इन्‍होंने दोनों भाइयों को एक खेत पर बंधक बनाकर पिटाई की और रुपये मांगे। इसके बाद अपने खाते में आठ हजार रुपये भी जमा करवा लिए। पुलिस ने कुछ ही देर में घटनास्‍थल की घेराबंंदी कर एक युवक को मुक्‍त करवा लिया/*

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button 

लाइव कैलेंडर

April 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
282930  
error: Content is protected !!