बरेली नगर में भव्य मंगल कलश स्थापना एवं चातुर्मास समारोह होगा आयोजित

रिपोर्टर अमित जैन
रायसेन/बरेली/ जैन धर्म में चातुर्मास (या चतुर्मास) का विशेष महत्व है। यह समय वर्षा ऋतु के चार महीने (आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक) होता है, जब जैन मुनि और आचार्य एक ही स्थान पर रहते हैं और धार्मिक गतिविधियों में संलग्न रहते हैं। इस दौरान वे प्रवचन, उपदेश, और धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करते हैं। चातुर्मास की शुरुआत कलश स्थापना समारोह से होती है। इस समारोह में एक पवित्र कलश (घड़ा) की स्थापना की जाती है, जो शुभता और धार्मिकता का प्रतीक है। यह समारोह जैन समाज के लिए महत्वपूर्ण होता है और इसे बहुत ही धूमधाम और भक्ति भाव से मनाया जाता है। कलश स्थापना समारोह के मुख्य अंश कलश की स्थापना कलश को सजाया जाता है और धार्मिक मंत्रों के साथ उसकी स्थापना की जाती है।प्रवचन मुनि और आचार्य प्रवचन देते हैं, जिसमें धार्मिक शिक्षा और सिद्धांतों की चर्चा होती है।भजन और आरती समारोह में भजन और आरती की जाती है, जो माहौल को और भी धार्मिक बना देती है।इस दौरान, जैन मुनि अपनी यात्रा को रोकते हैं और एक ही स्थान पर रहकर साधना और अध्ययन करते हैं। यह समय आत्मानुशासन और आत्मशुद्धि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।भव्य मंगल कलश स्थापना समारोह
आचार्य भगवन श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के परोक्ष आशीर्वाद से एवं विद्या शिरोमणि आचार्य भगवन श्री 108 समयसागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से पूज्य मुनि श्री 108 श्रेयांशसागर जी महाराज क्षुल्लक श्री 105 निजात्मसागर जी महाराज जी का भव्य चातुर्मासिक मंगल कलश स्थापना का कार्यक्रम बरेली नगर में सम्पन्न होने जा रहा है।कलश स्थापना समारोह दिनांक 28 जुलाई 2024 दिन – रविवार समय- दोपहर 1 बजे से स्थान – मानसभवन, जे० जे० रोड बरेली जिला- रायसेन मप्र इस पुण्यवर्धक कार्यक्रम में आप सपरिवार सादर आमंत्रित है आप उपस्थित होकर गुरुदेव का आशीष प्राप्त कर हम बरेली वासियो का आतिथ्य स्वीकार करे। निवेदक सकल दिगम्बर जैन समाज दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी धर्मनगरी बरेली