जलार्वधन योजना के नलों में नही आ रहा पानी बरसात के मौसम में भी पानी के लिए होना पड़ रहा परेशान

रिपोर्ट कुलदीप साहु
सारनी। नगर पालिका परिषद सारनी क्षेत्र के प्रत्येक घरों तक पानी पहुंचाने और जल संकट से निजात दिलाने के लिए शहर में 101 करोड़ रुपये की लागत से जलार्वधन योजना बनाई है, उसके बाद भी शहर के लोग बरसात सीजन के बीच में ही पानी को लेकर परेशान हैं। वार्ड 23 संत रविदास नगर के रजनीकांत यादव, जीवन साहू, विक्रम ठाकुर, दद्दू साबले ने बताया कि उनके घरों में योजना के नल कनेक्शन मिल हुए करीब छ: माह से अधिक का समय गुजर गया, बावजूद आजतक नलों में पानी नही आया। उन्होंने बताया कि पहले गर्मी के सीजन में जैसे-तैसे जल संकट के बीच समय निकाला और अब बरसात आने पर भी जलार्वधन के नलों से पानी की सप्लाई बाधित ही है। वार्डवासियों का कहना है कि पानी की यहां समस्या केवल दो-चार घरों की नही है, बल्कि यहां के तीन दर्जन से अधिक घरों में योजना के नलों से पानी नही आने से परेशानी बनी हुई है। वार्ड के लोगों ने सीएम हेल्पलाइन पर भी पानी की समस्या की शिकायत दर्ज कराई है, उसके बावजूद भी वार्डवासियों की पानी की परेशानी जस की तस बनी हुई है।
*अव्यवस्थित ढंग से कार्यों को करने के कारण परेशान लोग*
सारनी नपा क्षेत्र में जलार्वधन योजना के तहत पानी पहुंचाने के कार्य का ठेका लक्ष्मी इंटरप्राइजेस कंपनी ने लिया है। कंपनी काम की शुरुआत से ही लेटलतीफी और अव्यवस्थित ढंग से काम करने के कारण कई बार विवादों से घिरी रही। कई वार्डों में पाइपलाइन बिछाने के दौरान बड़ी गंभीर लापरवाही बरती गई है। परिणामस्वरूप शहर के कई सारे लोगों के घरों में आज भी पानी नही आने की समस्याएं बनी हुई है। जबकि कई मामलों में तो एक घर के सामने नल आ रहे हैं। जबकि बाजू के चार घरों में नल से पानी नही आ रहा हैं। देखने में आया है कि ठेका कंपनी एक जगह एक सिरे से काम न करके बीच में ही काम को अधूरा छोड़कर दूसरे स्थानों पर काम में जुट जाती है। कंपनी की ऐसी लापरवाही के कारण में योजन को अंतिम रूप देने लगातार लंबा समय बीतते जा रहा है।