ठेकेदार और अधिकारी मिलकर नल-जल योजना मे जम कर बहा रहे भ्रस्टाचार की गंगा

रिपोर्ट- सुनील कुमार पुरैना
भटगांव- सारंगढ़: जिले मे नल जल योजना की दुर्दशा किसी एक छिपी नही है, सरकार की महत्वपूर्ण योजना से ग्रामीणों को फायदे कम वर्तमान मे परेशानी ज्यादा हो रही है। ऐसा लग रहा है मानो प्रशासनिक जिम्मेदार अधिकारी रिश्वत की घी पीकर ग्रामीणों को अपने हाल मे जीने मरने छोड़ दिए हैँ! ये किसी एक गाँव की नही लगभग सैकड़ों गाँव की हालत है, ठेकेदारों पर कारवाईं करने से अधिकारोयों के हाथ पाँव फूलने लगते हैँ? ऐसे मे ग्रामीण मजबूरिवश ओरशासन का ध्यान खींचने कोई ना कोई तरीका अपनाने मजबूर हो रहे हैँ। नल जल योजना के अंतर्गत गाँवों की गली सडको को खोदकर खराब मरम्मत कराने में संबंधित ठेकेदार और विभागीय अधिकारी के लापरवाही से अब तक सुधार नहीं हो सका है। ऐसे में मानसून के सक्रिय होने के बाद पिछले दो दिनों से रुक रुककर बारिश होने लगी है ओर गलियां कीचड़ से लथपथ हो गया है। योजना के कार्यों से नाराज ग्रामीणों ने गांव की गली सड़क पर स्कूली बच्चों व ग्रामीणों ने धान रोपाई कर विरोध प्रकट किया। जनपद पंचायत बरमकेला के ग्राम पंचायत लिंजिर में छ – माह पहले नल जल योजना के तहत पानी टंकी, पाइपलाइन व स्टेंड नल लगाया गया है। इस पंचायत की आबादी एक हजार है।प परिवार की संख्या 300 से अधिक है। केन्द्र सरकार की मंशा अनुसार योजना का लाभ दिलाने के लिए ग्रामीण हितग्राहियों के हितों की अनदेखी कर निर्माण शुरु किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि पाइपलाइन बिछने के लिए बस्ती मोहल्ले के गलियों को खोद दिया गया लेकिन मरम्मत सुधार नहीं हो सका। इसको शिकायत पिछले सप्ताह ग्राम पंचायत डोंगरीपाली में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों ने जाकर अधिकारियों को अवगत कराया। शिविर में आश्वासन दिया गया। किंतु हकीकत में कोई अमल नहीं हो पाया। इससे गुस्साए स्कूली बच्चों व ग्रामीणों ने मिलकर बीच गली सड़क की कीचड़ में धान थरहा से रोपाई कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन के अडियल रवेये से नाराज ग्रामीणों ने खूब कोसे ओर नाराजगी जाहिर की। इस दोरान गांव के बसंत मालाकार, चेतन मानिकपुरी, शुभम पटेल, चितराम पटेल, किशोरीलाल पटेल, विश्वनाथ पटेल, श्यामलाल राणा सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।