बुरहानपुर जिले में पहली बार खनिज अधिकारी

रिपोर्ट डॉ.आनंद दीक्षित
बुरहानपुर। बुरहानपुर जिले के ग्राम मोहम्मदपुर क्षेत्र में अवैध कॉलोनी का काफी तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा था और नाले से अधिक मात्रा में गल निकाल कर कॉलोनी को समतलीकरण किया जा रहा था। जिसकी सूचना हमारे प्रतिनिधि एवं पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष डॉ. आनंद दीक्षित को मिली थी। उनके द्वारा इस मामले में तत्काल जिला प्रशासन के संज्ञान में मामला लाया गया। जिसके बाद ही तहसीलदार श्री रामलाल पगारे, पटवारी देवीदास पवार एवं प्रहलाद चौधरी मौके पर पहुंचे एवं एक डंपर एवं एक पोकलैंड जप्त की गई थी।
प्रकरण में खनिज विभाग द्वारा उत्खनन किए गए गोड का मेजरमेंट नहीं किया गया था। डॉ. आनंद दीक्षित ने तहसीलदार श्री रामलाल पगारे से निवेदन किया गया जिस पर बुधवार को खनिज अधिकारी सुश्री कामना गौतम दलबल के साथ मोहम्मदपुरा पहुंची एवं नाले से किए गए अवैध उत्खनन का मेजरमेट किया जो लगभग 700 घन मीटर पाया गया।
सुश्री गौतम ने तत्काल मौके पर पंचनामा बना कर तहसीलदार श्री रामलाल पगारे को अपना प्रतिवेदन सौंपा। सूत्रों की माने तो प्रतिवेदन में सुश्री गौतम ने स्वीकार किया हैं की नाले से उत्खनन किया गया हैं जो लगभग 700 घन मीटर पाया गया तथा नियमानुसार प्रशांत पिता सुरेश श्रॉफ एवं अन्य पाट्नर्स पर पेनाल्टी दस लाख से अधिक लगाई हैं।
बुरहानपुर जिले में कई नालों को पाट कर कॉलोनीयां काटी गई हैं जिसकी शिकायत उपरांत भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं। शहर में जल भराव की स्थिति इन्ही नालों को पाट कर अतिक्रमण करने से हुई हैं।
बुरहानपुर स्थित एक ख्याति प्राप्त स्कूल संचालक द्वारा भी इसी तरह नाले को पाट कर अतिक्रमण किया गया हैं जिसकी शिकायत समाजसेवी करण चौकसे द्वारा एस डी एम को की गई हैं। सूत्रों के अनुसार स्कूल संचालक के रसूख के चलते हल्का पटवारी द्वारा दो माह से अधिक व्यतीत होने पर भी खबर लिखे जाने तक अपना प्रतिवेदन तहसीलदार को प्रस्तुत नहीं किया हैं। इसी प्रकार पुराने रेस्ट हाउस के पीछे आई कॉन हॉस्पिटल के भवन स्वामीनी रश्मि प्रवीण चौकसे द्वारा भी नाले को पाट कर उस पर अतिक्रमण किया गया हैं जिस कारण नेशनल हाइवे पर जल भराव की स्थिति निर्मित होती हैं। कुछ समय पूर्व नेशनल हाईवे इसी कारण से धस गया था जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ा।
सूत्रों की माने तो बुरहानपुर में किसी भी खनिज अधिकारी द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही हैं जो सुश्री कामना गौतम द्वारा की गई हैं।
आपको बता दे सुश्री कामना गौतम साफ सुथरी एवं ईमानदार छवि की अधिकारी मानी जाती हैं। जिसके परिणाम सामने दिखने लगे हैं। इनके जिले में पदस्थ होते ही अवैध उत्खननकर्ताओ में हड़कंप मच गया था। संपूर्ण जिले में तहसीलदार श्री रामलाल पगारे एवं सुश्री कामना गौतम के कार्यों की प्रशंसा की जा रही हैं। अब देखना यह हैं की उक्त प्रकरण में मुख्यमंत्री जी की मंशानुरूप एस डी एम श्रीमती पल्लवी पौराणिक एफ आई आर करने के आदेश कब देती हैं।