जिले के सभी विकासखंडों के बीआरसी कार्यालयों को डिजीटल किया जा रहा है डी पी सी केशव वर्मा

संवाददाता संजय देपाले
धार जिले के 13 विकासखंडो के बीआरसी कार्योंलयो को डिजिटल किया जा रहा है इसके लिए जिला स्तर पर राज्य शिक्षा केन्द्र के आदेश पर करीब 1 करोड़ रूपए के कम्प्यूटर व एलईडी सामग्री खरीदी गई है। इन्हें त्वरित रूप से कार्यालयों पर भिजवा भी दिया गया है। बताया जा रहा है कि इन कम्प्यूटरों के माध्यम से शिक्षकों की क्षमता संवर्धन, ऑनलाइन टीचिंग-लर्निंग जैसे कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। शिक्षकों की क्षमता संवर्धन के नाम पर क्रय की गई सामग्री की उपयोगिता पर सवाल खड़े हो गए है। दरअसल जिले के 13 विकासखंड के कार्यालयों में ना कम्प्यूटर रखने के लिए पर्याप्त फर्नीचर है और ना ही इसके माध्यम से ट्रेनिंग देने के लिए पर्याप्त बैठक व्यवस्था। यह सामग्री भारत सरकार के समग्र शिक्षा अभियान की कार्ययोजना के तहत लर्निंग रिसर्च पैकेज के अंतर्गत खरीदी गई है।
*अभी तक पद ही रिक्त*
विकासखंड शिक्षा कार्यालयों को डिजीटल बनाने के प्रयासों के तहत प्रत्येक कार्यालय में 11 कम्प्यूटर, 1 यूपीएस, एलईडी 65 इंच, प्रिंटर और नेटवर्क सेटअप करके दिया जा रहा है। इनकी उपयोगिता को लेकर अभी कोई कार्यक्रम नहीं आया है। शिक्षकों को प्रशिक्षण का हवाला दिया जा रहा है। हकीकत यह है कि विकासखंड कार्यालयों में स्टॉफ ही नहीं है और कम्प्यूटर दक्ष स्टाफ की ज्यादा कमी है। वर्तमान में डाटा एंट्री करने के लिए मात्र 8 ऑपरेटर मौजूद है।
5 पद इनके रिक्त है। 8 पद भी संविदा से भरे गए है। मोबाइल स्त्रोत सलाहकार, एसआईएस कॉर्डिनेटर, बीएसी, जनशिक्षक जैसे पद रिक्त है। 13 विकासखंडों पर प्रत्येक कार्यालय के अनुपात में कुल 378 कर्मी होना आवश्यक है। 140 पद रिक्त पड़े हैं। इनका काम शेष लोग कर रहे हैं।
*राशि हुई लेप्स*
लर्निंग रिसोर्स पैकेज के तहत आवंटित राशि से लर्निंग रिसोर्स पैकेज के तहत आवंटित राशि से बीआरसी कार्यालय के लिए सामग्री क्रय की गई थी। इन्हें रखने के लिए फर्नीचर हेतु एक-एक लाख का प्रावधान किया गया था। 13 लाख रूपए की राशि जिले को मिली थी। विभागीय लापरवाही के चलते राशि लैप्स हो गई है। हालात यह है कि कार्यालय के पुराने फर्नीचर पर नए कम्प्यूटरों को सेट किया गया है।
इधर जहां प्रशिक्षण देने की बात कही जा रही है। वहां स्थान का अभाव है। जिले के बीआरसी कार्यालय एक-एक, दो-दो कमरों में संचालित हो रहे है। ऐसे में प्रशिक्षण कैसे होगा। इसको लेकर सभी पशोपेश में है।
*इनका कहना है*
केशव वर्मा, डीपीसी धार ने बताया कि विकासखंड शिक्षा कार्यालयों के रिक्त पदों को प्रतिनियुक्ति से भरा जाएगा। अभी भी 40 प्रतिशत के लगभग पद प्रतिनियुक्ति से भरे गए है।
जन शिक्षकों बी आर सी कार्यालय जाकर अपना कार्य कर सकते हैं सामग्री गुणवत्तापूर्ण आई है। कार्यालयों में यदि प्रशिक्षण के लिए दिक्कत आएगी तो उसके भी इंतजाम किए जाएंगे। प्रत्येक कार्य अब ऑनलाइन हो रहा है। ऐसे में विकासखंड शिक्षा कार्यालयों में हाईटेक करना अति आवश्यक था। अब ऑनलाइन हो रहा है। ऐसे में विकासखंड शिक्षा कार्यालयों में हाईटेक करना अति आवश्यक था। इससे दस्तावेजी प्रकिया सुरक्षित व पारदर्शी होगी।