छिंदवाड़ा से अलग कर पांढुर्णा को जिला बनाने के बाद अब जुन्नारदेव (जामई) बनेगा एक और नया जिला, राजस्व विभाग ने मंगवाया जिलाधीश से प्रतिवेदन

रिपोर्ट – सुरजीत सिंह ठाकुर
छिंदवाड़ा (ब्यूरो चीफ) सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा जिले से अलग कर पांढुर्णा को जिला बनाने के बाद अब जुन्नारदेव को भी जिला बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है राजस्व विभाग ने छिंदवाड़ा जिलाधीश कलेक्टर से जुन्नारदेव (जामई) को जिला बनाने का प्रतिवेदन मांगा है। पिछले वर्ष ही ठीक विधानसभा चुनाव से पहले पांढुर्णा को छिंदवाड़ा से अलग कर एक नया जिला बनाया गया था। जिला विभाजित करने से पहले अविभाजित छिंदवाड़ा में विधानसभा की 7 सीटें आती थी। पांढुर्णा को जिला बनाने के बाद अगर अब जुन्नारदेव और परासिया को मिलाकर एक और जिला बनाया जाता है तब छिंदवाड़ा के हिस्से में मात्र तीन विधानसभा सीट ही रह जाएगी। और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट तीन भागों में बँट जाएगी। छिंदवाड़ा के वर्तमान सांसद और तत्कालीन जिला अध्यक्ष विवेक बंटी साहू ने लोकसभा चुनाव में एक रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को जुन्नारदेव को जिला बनाने बाबत एक प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव में जुन्नारदेव जिले में शामिल तहसीलों क्षेत्रफल कृषि राजस्व के स्रोतों सहित समस्त जानकारियां मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव को उपलब्ध करवाई थी। इस पत्र पर राजस्व विभाग ने छिंदवाड़ा जिलाधीश (कलेक्टर) से जुन्नारदेव (जामई) को जिला बनाने संबंधित प्रतिवेदन मांगा है।
सांसद विवेक बंटी साहू बताते हैं कि
हम लोग लंबे समय से जुन्नारदेव (जामई ) को जिला बनाने की मांग कर रहे थे कई बार आंदोलन कर चुके हैं कल्हण बचाओ व्यापार बचाओ जुन्नारदेव को जिला बनाओ इस नारे को लेकर लोग जुन्नारदेव को जिला बनाने की मांग उठा रहे हैं। करण क्षेत्र में फॉरेस्ट से एनओसी न मिलने के कारण खदानें बंद पड़ी हुई है इस वजह से यहां व्यापारिक गतिविधियां लगभग ठप्प सी हो गई है। जिला बनने के बाद यहां प्रशासनिक अमला उपलब्ध रहेगी और लोगों की समस्याएं जल्द सुलझेगीं। हमने कहा क्षेत्र की खदानों को एनओसी दिलाने के लिए गृहमंत्री अमित शाह जी के सामने अपनी बात रखी थी। और उन्होंने इसके समाधान का आश्वासन भी दिया था। राजस्व विभाग का पत्र मुझे मंगलवार को ही प्राप्त हुआ है। आप जिलाधीश कलेक्टर से जल्दी ही यह प्रस्ताव को शासन को भेजने का अनुरोध करेंगे।