यह सड़क हैं या फिसल पट्टी? इस पर आवागमन करना ग्रामीणों की मजबूरी

रिपोर्ट भगत राम शर्मा
सक्ती- जिला कलेक्टर कार्यालय से कुछ ही दूरी पर ग्राम पंचायत बेल्हाडीह स्थित है। जहां के परियापारा के ग्रामीणों को कीचड़ से सराबोर रास्ते मे चलकर आवागमन करना पड़ रहा हैं।
ज्ञात हो कि बेल्हाडीह के परियापारा के ग्रामवासियों को आवागमन के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरसात मे कीचड़ और गंदे पानी से परियापारा के रहने वाले लोग खासे परेशान हैं। गांव के मुख्य मार्ग पर यह गंदगी और कीचड़ आसानी से देखा जा सकता है जिससे ग्रामीण त्रस्त हैं। इस समस्या से ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के प्रति नाराजगी व्यक्त की है।
उक्त ग्राम के मोहल्ले वासियों को विगत कई माह से गंदे जलभराव और कीचड़ भरे रास्ते पर आवागमन करना पड़ रहा है। सैकड़ों ग्रामीणों को आवागमन में तमाम असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी का सामना स्कूलों मे अध्यनरत छात्र-छात्राओं आने जाने के लिए करना पड़ रहा है। बच्चे उक्त कीचड़ मे फिसल फिसल कर गिर रहे हैं। इस समस्या के संबंध मे ग्रामीणों द्वारा जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को भी अवगत कराया है। लेकिन, फिर भी समस्या जस की तस बनी हुई है। उक्त मार्ग पर व्याप्त गंदगी से ग्रामीणों को नारकीय जीवन जीने के लिए मजबुर होना पड़ रहा हैं। इस समस्या से त्रस्त ग्रामीणों मे रोष व्याप्त है तथा समाधान नहीं होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है।
ग्राम पंचायत बेल्हाडीह के प्रतिनिधि इस बात का दावा करते हैं कि ग्राम पंचायत मे लाखों का विकास हुआ है। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। विदित हो कि पंचायत मे हुए फर्जीवाड़े की शिकायत ग्रामवासियों के द्वारा की गई है। लाखों के काम केवल कागजों में हो गए हैं। जिसकी जांच चल रही है। ग्रामवासियों ने आरोप लगाया है कि पिछले पांच सालों में गांव का विकास भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। धरातल पर काम हुए ही नहीं है।