बुंदेलखंड के अलग-अलग हिस्सों में पानी के लिए लोग अब पूजा पाठ से लेकर टोने टोटके का भी सहारा ले रहे
रिपोर्ट जावेद खान
मध्य प्रदेश में अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश का दौर जारी है ,कई जिलों में तो बारिश से हालात बिगड़े हुए हैं, लेकिन हमेशा की तरह पानी की कमी को झेलता बुंदेलखंड एक बार फिर मेघराज के नाराज होने से परेशान है, और यही वो वजह है कि बुंदेलखंड के अलग-अलग हिस्सों में पानी के लिए लोग अब पूजा पाठ से लेकर टोने टोटके का भी सहारा ले रहे हैं । छतरपुर में कुछ ऐसी ही तस्वीर सामने आई हैं, जहां एक ओर छतरपुर शहर में मेघदेवता को मनाने के लिए टोटके के तौर पर गधा- गधी की शादी करवाई गई है, तो वही जिले के गलान गांव में ग्रामीणों ने गांव की अधिष्ठात्री देवी करीला माता को प्रसन्न करने के लिए उनके स्थान पर राई नृत्य का आयोजन कराया है , टोटके के तौर पर कराए गए इस आयोजन में ग्रामीणों ने लगभग हर घर से थोड़ा-थोड़ा पैसा इकट्ठा किया और इसके बाद गांव की देवी करीला माता के स्थान पर नृत्यांगनाओं के द्वारा बुंदेलखंड के पारंपरिक नृत्य राई का आयोजन कराया गया , जिसका पूरे ग्रामीणों ने जमकर लुत्फ उठाया, करीला माता के स्थान पर पूजा पाठ के बाद राई नृत्य का आयोजन हुआ, और इसके बाद राई नृत्य की मंडली पूरे गांव में घूमते हुए अच्छी बारिश की कामना को लेकर राई नृत्य करती रही , इतना ही नहीं नृत्य के दौरान जमकर रंग- गुलाल भी उड़ाया गया , ग्रामीणों का मानना है कि टोटके के तौर पर करीला माता को प्रसन्न करने और अच्छी बारिश की कामना को लेकर किए गए इस आयोजन से मेघदेवता जरूर प्रसन्न होंगे , और बारिश के बचे हुए दिनों में अच्छी बारिश होगी , जिससे किसानो की सूखती हुई फसलों में एक बार फिर से हरियाली आएगी।
टोटके के तौर पर गलान गांव के ग्रामीणों के द्वारा पारंपरिक राई नृत्य के इस आयोजन के बाद मेघदेवता प्रसन्न होते हैं या नहीं यह फिलहाल मालूम नहीं है, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है की, सूखती फसलों को देखकर किसानों के मुरझाए चेहरों में मुस्कानs जरूर लौटी है, और एक उम्मीद की किरण भी, कि शायद बदरा जमकर बरसेंगे