सरपंच, सचिव पर सरकारी पैसों को गबन और दुरुपयोग का आरोप

रिपोर्टर-मनी टंडन
सक्ती। सरकार की लाख कोशिशें के बावजूद पंचायत की वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार थमनें का नाम नहीं ले रहा सरपंच, सचिव समेत पंचायत के अन्य जिम्मेदारों द्वारा अफसरों से मिलीभगत कर सरकारी धनराशियां बटोरा जा रहा है जिससे आमजनों को सरकारी पैसों का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ताजा मामला जैजैपुर जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत केकराभाठ से निकालकर सामने आया है जहां गांव के राजेंद्र चंद्रा ने सरपंच, सचिव, उपसरपंच और पंचों पर वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया हैं। राजेंद्र चंद्रा नें केकराभाठ पंचायत में हुए भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमिताओं की शिकायत जैजैपुर जनपद सीईओ से की है और भ्रष्टाचार में शामिल सरपंच, सचिव समेत सभी पर पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की है। शिकायत के बाद पंचायत में सनसनी फैल गई है, गांव के चौक चौराहा में शिकायत की खूब चर्चा हो रही है और शिकायतकर्ता समेत गांव के अन्य लोग शिकायत की जांच व कार्रवाई की राह देख रहे हैं। शिकायतकर्ता ने 22 जुलाई को शिकायत की है साथ ही कई जरूरी दस्तावेज भी संलग्न किए हैं जिसके आधार पर शिकायत के सभी बिंदुओं पर जांच की जाए तो केकराभाठ सरपंच रमाकांत चंद्रा, सचिव नारायण चंद्रा, उप सरपंच समेत भ्रष्टाचार में संलिप्त अन्य सभी पर कार्रवाई गाज गिरना तय है। शिकायत के बाद पंचायत में भाग दौड़ का माहौल है, शिकायत पर कोई कार्रवाई न हो इसके लिए सरपंच एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है और सरपंच द्वारा शिकायतकर्ता की निजी जमीन पर दबंगई पूर्वक नाली बनवाया जा रहा है ताकि शिकायतकर्ता भयभीत होकर अपनी शिकायत वापस ले सके। नाली निर्माण कार्य में तहसीलदार के स्थगन के बाद भी सरपंच ने दबंगई पूर्वक नाली निर्माण कार्य करवाया है जिसकी जांच की जाए तो सरपंच पर बड़ी कार्रवाई तय है।
सरकारी पैसों को गबन और दुरुपयोग का आरोप:-
केकराभाठ सरपंच, सचिव समेत अन्य पर सरकारी पैसों को गबन और दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। आरोप है कि सामान्य सभा की बैठक में प्रस्तावित कार्य को स्वीकृति के बाद प्रस्ताव अनुरूप नहीं किया गया है, गांव में स्ट्रीट लाइट, सिंटेक्स पानी टंकी निर्माण हेतु मनमाने तरीके से पैसा आहरण किया गया है। गांव में खेल मैदान ही नहीं और खेल मैदान में स्ट्रीट लाइट लगाने के नाम पर पैसा निकाला गया है, हैंड पंप खनन तथा मरम्मत के नाम पर मनमानी तरीके से पैसा आहरण किया गया है, सिंटेक्स पानी टंकी के लिए जितना पैसा निकाला गया है उतना सिंटेक्स पानी टंकी गांव में नहीं लगाया गया है। पंचायत भवन के सामने सौंदर्यीकरण के नाम पर 15वें वित्त की राशि का आहरण किया गया है जबकि पंचायत भवन परिसर में सौंदर्यीकरण नहीं हुआ है इस तरह की कई अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की शिकायत कर जांच व पंचायत अधिनियम के तहत दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
जनपद सीईओ पर शिकायत को दबाने का आरोप:-
शिकायत के 10 दिन बीत जाने के बाद भी जैजैपुर जनपद सीईओ वर्षा रानी चीकनजुरी ने ना तो पंचायत में हुए वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार की इस गंभीर शिकायत को संज्ञान में लिया और नाही जांच टीम गठित की है, नतीजन जनपद सीईओ की कार्यशैली सवालों के कटघरे में है। शिकायतकर्ता की माने तो सचिव, सरपंच व अन्य को बचाने के लिए जनपद सीईओ इस मामले को दबाने की पुरजोर कोशिश कर रही है इसके साथ ही कुछ नेताओं द्वारा भ्रष्टाचार में शामिल सचिव, सरपंच समेत सभी को बचाने कोशिश किया जा रहा है। शिकायत की जांच व कार्रवाई नहीं होने से सरपंच, सचिव समेत सभी का मनोबल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है इसके साथ ही शिकायतकर्ता को देख लेने की धमकी तक दी जा रही है।
कलेक्टर और मुख्यमंत्री से होगी शिकायत:-
शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर उसकी शिकायत में जल्द ही जनपद सीईओ द्वारा जांच टीम गठित कर जांच नहीं किया गया तो राजेंद्र चंद्रा जनदर्शन में शामिल होकर सक्ती कलेक्टर से इसकी शिकायत करेंगे साथ ही शिकायत को दबाने वाले जनपद सीईओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से शिकायत किया जाएगा।
हमारे पंचायत में भारी भ्रष्टाचार हुआ है जिसका शिकायत मैंने किया है अगर जल्दी कार्यवाही नहीं किया गया तो मैं कलेक्टर और मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगा।
राजेंद्र चंद्रा
शिकायतकर्ता, केकराभाठ
जांच के लिए जनपद सीईओ को बोलता हूं जल्द ही जांच कराया जाएगा।
गोकुल रावटे
जिला पंचायत सीईओ, जांजगीर चांपा