एन एच ठेकेदार की मनमानी ने किसान की जिंदगी बर्बाद कर दी

रिपोर्टर –जयविलास शर्मा
दो साल से नहीं कर पा रहा खेती तो डोहल के सिध्देश्वर ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु
गरियाबंद –मदांगमुडा से ओडिशा सरहद तक एन एच 130 सी सड़क निर्माण ने डोहल के सिध्देश्वर मरकाम के पेट पर लात मार दिया है सड़क किनारे स्थित किसान का ढाई एकड़ कृषि भूमि अब पानी निकासी नहीं होने से जल भराव के कारण कृषि योग्य रहा नहीं किसान मामले को लेकर कई बार ठेकेदार के कर्मचारी और स्थानीय प्रशासन के अधिकारीयो से गुहार लगाता रहा पर किसी ने नहीं सुनी अंत में किसान सिध्देश्वर थक हार कर परिवार सहित तहसील कार्यालय पहुंच कर तहसील दार देवभोग को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुये इच्छा मृत्यु की मांग की है।
*आखिर किसान क्यों नहीं ले पा रहा है फसल?
किसान की ढाई एकड़ कृषि भूमि एन एच 130 सी सड़क किनारे है डोहल के गरीब आदिवासी किसान सिध्देश्वर के पास परिवार भरण पोषण करने कृषि ही एकमात्र साधन है जब एन एच सड़क नहीं बना था तब किसान के खेत का पानी पुराने सड़क के पुलिया से होकर निकासी हो जाता था नये सड़क निर्माण में पुलिया की पटाई हो गया किसान के कृषि भूमि के जमाव पानी के निकासी के लिये किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गयी एन एच सड़क निर्माण एजेंसी और उस कार्य में लगे सरकारी अफसर के चुक और मनमानी ने किसान के जिंदगी को ही बर्बाद कर दिया है।
*परिवार में आठ सदस्य का भरण पोषण अब कैसे होगा?
पिडित किसान सिध्देश्वर अपनी पीड़ा बयान करते हुवे बताया परिवार में आठ सदस्य हैं जिनका भरण पोषण का आधा खर्च 2.5 एकड़ खेती से हो जाता था अब बीते दो साल से एन एच सड़क निर्माण के अनदेखी का शिकार हो गया जिससे उसके फसल लेने वाले कृषि भूमि में पानी के जमाव हो जाने से फसल नहीं लगा पा रहा है ।भरण पोषण के गम्भीर समस्या के कारण डोहल के किसान सिध्देश्वर ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है ।देखना होगा अब स्थानीय प्रशासन किसान के जमाव पानी के निकासी के मांग पर कितना अमल करती है।