जिला प्रशासन रतलाम ने मदरसे की 43 बालिकाओं का एडमिशन स्कूल में कराया

संवादाता मोहम्मद शरीफ कुरैशी
रतलाम के समीप खाचरौद रोड स्थित आयशा सिद्दिका मदरसे में पढ़ने वाली बालिकाओं को पाठ्य पुस्तक वितरित कर 43 बालिकाओं का स्कूल में एडमिशन करवाया गया ताकि बालिकाएं आधुनिक शिक्षा भी प्राप्त कर सके। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत 6 वर्ष से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को आधुनिक शिक्षा देना अनिवार्य है, यही कार्य प्रयास सभी मदरसों में किया जाएगा। रतलाम मुख्यालय पर निरीक्षण किए गए मदरसों में जो भी कमियां पाई गई है इसके लिए उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया जा रहा है। जिन मदरसे के बच्चों का स्कूल प्रवेश नहीं पाया गया है उन मदरसा संचालकों के विरुद्ध भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मदरसों का नियमित निरीक्षण किया जाकर धार्मिक शिक्षा के साथ ही आधुनिक शिक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. निवेदिता शर्मा द्वारा मदरसे के निरीक्षण के दौरान मदरसे में बालिकाओं को धार्मिक शिक्षा के साथ आधुनिक मुख्यधारा की शिक्षा दिलवाने के लिए भी ध्यान आकर्षित करते हुए कहा गया था, इस परिपालन में जिला प्रशासन द्वारा मदरसे में बालिकाओं को मुख्यधारा की आधुनिक शिक्षा दिलवाने की व्यवस्था की जा रही है। बालिकाओं को आधुनिक विषयों का भी अध्ययन करवाया जाएगा जिससे बेहतर करियर के साथ बालिकाएं आत्मनिर्भर बन सके