हरदा में मुख्यमंत्री 29 को मंच से क्षतिपूर्ति एवं बीमा की करें घोषणा नही तो आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा खामियाजा। भारतीय किसान संघ

भारतीय किसान संघ ने शासन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा शासन प्रशासन को भलीभांति पता है पहले तो लंबे अरसे तक बारिश नही होने के कारण किसानों की सोयाबीन आदि फैसले सूखने की कगार पर आ गयी थी, ओर कई किसानों की सूख गई,इसके बाद अतिव्रष्टि के कारण शेष फसल अचानक पत्ते पीले पड़कर सूख गए जिससे पौधों को भोजन न मिलने से अधपकी सोयाबीन ओर मक्का आदि फैसले सुख गयी। भारतीय किसान संघ द्वारा प्रत्येक तहसील में तहसीलदार एवं अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया।इसके बाद जिलास्तर पर रैली एवं कलेक्टर के नाम संयुक्त कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौपा साथ ही पहले ही लिखित में प्रशासन को अवगत करा दिया था । इसके बावजूद भी शासन प्रशासन की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है, मात्र नदी नालों के किनारे वाले किसानों का ही सर्वे किया जा रहा है, भारतीय किसान संघ प्रचार प्रमुख राजनारायण गौर ने कहा भारतीय किसान संघ इसका घोर विरोध करता है सम्पूर्ण किसानों को आर बी सी 6 4 के तहत आसान प्रक्रिया से क्षतिपूर्ति एवं बीमा राशि प्रदान की जाए। आम किसान कहा फार्म भरेगा ओर कृषि विभाग के चक्कर कटेगा जैसा पहले से होता आया है वैसी आसान प्रक्रिया से सर्वे किया जावे। मुख्यमंत्री कल मंच से क्षतिपूर्ति एवं बीमा की घोषणा करें। अन्यथा इसका खामियाजा आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। शासन प्रशासन किसानों को हल्के में न ले ।
रिपोर्टर वैभव चौधरी