तहसीलदार ने कन्या उच्चतर स्कूल का किया निरीक्षण, क्षतिग्रस्त कमरों में पढ़ाई और भोजन पर लगाया प्रतिबंध

रिपोर्ट शोभित शाह
बक्सवाहा
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में बक्सवाहा विकासखंड के एकमात्र कन्या उच्चतर विद्यालय का निरीक्षण तहसीलदार भरत पांडे ने किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि विद्यालय के 26 कमरों में से 11 कमरे गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद उनमें पढ़ाई और भोजन की व्यवस्था चल रही थी। तहसीलदार भरत पांडे ने तत्काल प्रभाव से इन कमरों में पढ़ाई और भोजन व्यवस्था को बंद करने का आदेश दिया।
तहसीलदार ने स्पष्ट किया कि प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है और ऐसे किसी भी कमरे में बच्चों को नहीं रखा जा सकता जहां उनके जीवन को खतरा हो। विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक लगभग 1085 बालिकाएं अध्ययन कर रही हैं।
विद्यालय की पुरानी बिल्डिंग लगभग सौ साल पुरानी है और ज्यादातर कमरे अब जर्जर हो चुके हैं। बारिश के मौसम में क्षतिग्रस्त भवनों के गिरने की घटनाएं आम हो गई हैं और इससे जान-माल के नुकसान की भी संभावना बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए बक्सवाहा प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
तहसीलदार ने आगे कहा कि प्रशासन लगातार क्षतिग्रस्त भवनों की पहचान कर उन्हें गिराने की कार्रवाई कर रहा है ताकि भविष्य में किसी प्रकार की जान-माल की हानि न हो। अब देखना यह होगा कि कन्या उच्चतर स्कूल के क्षतिग्रस्त कमरों को तोड़ने की प्रक्रिया कब शुरू होती है और विद्यालय को नई बिल्डिंग के लिए फंड कब तक उपलब्ध कराया जाता है।
नगर के जनप्रतिनिधियों व नगरवासियों ने सरकार से कन्या हाईस्कूल के लिए नई भवन की मांग की है। सभी का कहना है कि बालिकाओं की शिक्षा और सुरक्षा के लिए यह बेहद आवश्यक है कि जल्द से जल्द नई बिल्डिंग का निर्माण किया जाए। स्कूल की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह कदम अत्यंत जरूरी है ताकि बच्चों को सुरक्षित और स्थायी अध्ययन माहौल मिल सके।