उल्लास नवभारत साक्षरता के क्रियान्वयन हेतु स्त्रोत व्यक्तियों का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन

रिपोर्ट…गोविंदा सेन
धमतरी… राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद रायपुर एवं राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित राज्य के समस्त जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र के डीसीएल प्रभारी एवं दो स्रोत व्यक्तियों का दो दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण 7- 8 अगस्त को आयोजन किया गया। जिसके प्रथम दिवस में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ रायपुर व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण संचालक राजेंद्र कुमार कटारा (आईएएस) ने स्रोत व्यक्तियों को उल्लास कार्यक्रम की सफलता के लिए संबोधित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति वालेंटियर बन सकते हैं और होना भी चाहिए। वालेंटियर को बहुत तरीके से प्रोत्साहित कर सकते हैं जैसे उनको 15 अगस्त व 26 जनवरी जैसे कार्यक्रमों में प्रमाण पत्र देना। आगे कटारा ने कहा असाक्षरों में सामने यह समस्या हुई होगी, उनके आसपास विद्यालय नहीं रहे होंगे या उस तरीके से माहौल नहीं बन पाया होगा शायद इसीलिए उन लोग पढ़ नहीं पाए होंगे। अब हमारे पास बहुत सारे टूल्स है जिससे हम पालकों को सीखा सकते हैं जिससे वे अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई को देख सकेंगे व अपने दिनचर्या जैसे बचत, आय, ऑनलाइन बैंकिंग जैसे कार्यों पर प्लान बना पाए। आगे एसएलएमए एडिशनल डायरेक्टर जे. पी. रथ ने कहा असाक्षरों को साक्षर करना जितना चुनौती भरा है उतना ही सरल भी है क्योंकि असाक्षरों के पास समय का आभाव रहता है व उनके पास ऐसे कोई लक्ष्य नहीं रहता जैसे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के पास रहता है बल्कि उनको खाली समय में वालेंटियर द्वारा शिक्षा देकर साक्षर कराई जा सकती है। आगे राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण सहायक संचालक प्रशांत कुमार पाण्डेय ने सभी प्रतिभागियों से उल्लास पर चर्चा किया जिसमें साक्षरता क्या है, इसकी हमें व समाज को क्यों जरूरत है, साक्षरता समुदाय एवं समाज के लिए, देश के लिए, पढ़िए कभी भी कहीं भी, उल्लास कार्यक्रम के घटक, उल्लास कार्यक्रम के वातावरण का निर्माण, उल्लास साक्षरता केंद्र, गतिविधियां व आगामी कार्ययोजना जैसे मुद्दों को विस्तृत किया। आंत में राज्य साक्षरता केंद्र प्रभारी डेकेश्वर वर्मा ने आभार प्रदर्शन किया। उक्त प्रशिक्षण सत्र में रायपुर जिला परियोजना अधिकारी डॉ. कामिनी बावनकर, डीपीओ महासमुंद रेखा राज शर्मा, प्रीती देशपांडे, धारा यादव व राज्य साक्षरता केंद्र की टीम के द्वारा अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं जिसके आधार पर उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बना सकें पर विस्तृत चर्चा किये। इस कार्यक्रम में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद रायपुर की टीम सहित समस्त जिले के स्रोत व्यक्ति उपस्थित रहे,धमतरी जिले से द्रोण साहू, प्रीति शांडिल्य, संजय पाल ने सहभागिता दी.