अब भी जमीन की तलाश तीनों जगह आईटीआई तो शुरू हो गई, लेकिन छोटे से भवनों में चल रहीं कक्षाएं

संवाददाता संजय देपाले
धार/ धार जिला मे 13 – 13 करोड़ों के नए आईटीआई भवन स्वीकृत हुए थे, लेकिन इसमें से महज एक का ही काम शुरू हो सका है। बाकी दो के काम अटके हुए हैं। इनके टेंडर और अन्य प्रक्रियाएं हो चुकी हैं, लेकिन अभी जमीन ही नहीं मिली है, जिसके कारण काम शुरू नहीं हो सका है। तीनों आईटीआई में पढ़ाई तो शुरू हो गई है, लेकिन कोई प्राथमिक स्कूल में तो कोई महिला बाल विकास विभाग की बिल्डिंग में लग रही।
जानकारी के मुताबिक जिले के युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण देने के लिए तीन नए आईटीआई खोले गए हैं। इनमें इस सत्र से पढ़ाई भी शुरू कर दी गई है। लेकिन भवन नहीं होने के कारण इन्हें दूसरे छोटे भवनों में लगाना पड़ रहा है, जिसके कारण विद्यार्थियों को वे सभी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जो उन्हें मिलना चाहिए। वे न तो प्रैक्टिकल कर पाते हैं और न ही व्यावसायिक प्रशिक्षण ठीक से ले पा रहे हैं। इसके चलते विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि निसरपुर में जमीन मिलने के साथ ही काम भी शुरू
तिरला में जमीन मिली थी, वापस ले ली गई
तिरला आईटीआई के नए भवन की स्थिति और गड़बड़ है। यहां भवन बनाने के लिए जमीन मिल गई थी। लेकिन रेलवे की आपत्ति के चलते वह जमीन वापस करना पड़ी है। यहां पर दो हेक्टेयर जमीन दी गई थी। इसके आसपास से रेलवे लाइन निकलना है। जो जमीन दी गई थी, उसमें से कुछ हिस्सा रेलवे के काम में आएगा। इसके कारण रेलवे न आपत्ति लगा दी है। जिसके कारण जमीन वापस ले ली गई है। अब तिरला में दो हेक्टेयर जमीन खोजना पड़ेगी, जिस पर नई बिल्डिंग बनाई जाएगी। खास बात यह है कि इसके टेंडर हो चुके हैं और ड्राइंग तक तैयार कर ली गई है। लेकिन जमीन छिन जाने के कारण काम ही शुरू नहीं हो पा रहा है।
बाग आईटीआई: जरूरत 2 हेक्टेयर की, मिली मात्र 0.4 हेक्टेयर
बाग में आईटीआई बनाने के लिए 2 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है, लेकिन यहां पर महज 0.4 हेक्टेयर जमीन ही मिल पाई है। जिसके कारण बिल्डिंग डिजाइन के अनुसार नहीं बन पा रही है। इतनी कम जमीन में अकेले भवन ही बन पा रहा है। न खेल मैदान बन पा रहा है और न ही अन्य जरूरी कंस्ट्रक्शन यहां हो पा रहा है। जगह कम होने के कारण यहां पर कॉम्पेक्ट बिल्डिंग बनाना पड़ रही है। बानी मल्टी स्टोरी भवन, जिसे दो-तीन मंजिल बनाया जाएगा। इसकी स्वीकृति के लिए कौसल विकास केंद्र के डायरेक्ट्रेट फाइल भेजी गई है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू होने की उम्मीद है। में
प्राथमिक स्कूल व जनपद पंचायत के भवन में लग रहीं कक्षाएं
आईटीआई धार के प्राचार्य अनिल राजोरिया के अनुसार तीनों स्थानों पर नए आईटीआई में कक्षाएं संचालित होना शुरू हो गई हैं। अभी दूसरे विभागों के भवनों में कक्षाएं लगाना शुरू किया है। तिरला में प्राथमिक स्कूल के भवन में आईटीआई लग रही है। यहां मैकेनिकल की पढ़ाई शुरू हो गई है। बाग में जपं के एक भवन में आईटीआई की कक्षाएं लगाई जा रही है। वहीं निसरपुर में महिला बाल विकास विभाग के भवन में कक्षाएं लगाई जा रही हैं। दोनों स्थानों पर इलेक्ट्रीशियन का कोर्स शुरू किया गया है। राजोरिया के अनुसार प्रशासन से जमीन मांगी है। जमीन मिलने के बाद नए भवनओ का काम शुरू होगा