करोड़ों की संपत्ति के मालिक डीईओ के खिलाफ एसीबी ने दर्ज की एफआईआर

रिपोर्ट: जे के मिश्र
एसीबी की टीम ने 3 अगस्त को जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू के सरकारी आवास और कवर्धा स्थित घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान एसीबी की टीम ने कुछ दस्तावेज जब्त किए। गोपनीय सत्यापन के बाद अब जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू पर मामला दर्ज किया गया है।
टीआर साहू ने 2017 से अब तक अपने और अपनी पत्नी के नाम पर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। एसीबी की जांच में यह जानकारी सामने आई है कि उन्होंने ज्यादातर संपत्ति अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी है। अब जिला शिक्षा अधिकारी से पूछताछ की जाएगी।
टीआर साहू की पहली पोस्टिंग 1988 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ में हुई थी। इसके बाद वे कबीरधाम और छुईखदान में बीईओ के रूप में पदस्थ रहे। इसके अलावा वे खैरबना कला में प्राचार्य भी रहे। उनकी पत्नी पूर्णिमा साहू वर्तमान में आत्मानंद उच्चतर माध्यमिक शाला कवर्धा में पदस्थ हैं। एसीबी की जांच में पता चला कि टीआर साहू ने 2017 से कई प्लाट और जमीन अपने और अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी है। इसके अलावा उन्होंने अचल संपत्ति भी खरीदी है। सत्यापन के बाद जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) और 13(1)(बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एसीबी की एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि कवर्धा के श्यामनगर, विजय ग्रीन पथ में 2,400 वर्गफुट में दो मंजिला मकान की अनुमानित कीमत 30 लाख रुपये है। कवर्धा में 0.14 हेक्टेयर जमीन, नवघटा में 4.03 हेक्टेयर जमीन, 1.30 हेक्टेयर जमीन में पत्नी के नाम पर अटल विहार में मकान, टीआर साहू के नाम पर नवघटा में 1.29 हेक्टेयर जमीन, नवागांव में 1.58 हेक्टेयर जमीन, 4.20 हेक्टेयर जमीन, ग्राम सागोना में 0.18 हेक्टेयर जमीन, पत्नी के नाम पर कवर्धा में 1,200 वर्गफुट प्लाट, इसके अलावा पति-पत्नी के नाम पर कई प्लाट और कवर्धा जिले के अलग-अलग गांवों में संपत्ति है।
शिकायत के अनुसार, टीआर साहू लंबे समय तक मलाईदार पदों पर रहे और इस दौरान उन्होंने आय से अधिक संपत्ति बनाई। इसमें ज्यादातर जमीन का विवरण एसीबी को सौंपा गया है। इसके अलावा उन पर सरकारी खरीदी में भी घोटाले का आरोप है। एसीबी की टीम इस मामले की भी जांच कर रही है।