देपालपुर जितना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती विशाल पटेल का पलड़ा भारी

देपालपुर विधानसभा मे विधायक विशाल पटेल का पलड़ा भारी माना जा रहा है
जिसका मुख्य कारण पूर्व विधायक का विरोध है और पूरे पांच साल विपक्ष मे होने के बाउजूद क्षेत्र मे सक्रिय रहे है सामाजिक स्तर पर तो मजबूत है ही पर विगत पांच साल जनता के बिच रहे है और हर छोटी बड़ी समस्या का हल किया है चाहे कोरोना काल हो या बेटिओं की शादी करवाना या अन्य धार्मिक से लेकर किसी की व्यक्तिगत मदद करना और सबसे बड़ी बात विगत कई वर्षों बाद गौतमपुरा नगर परिषद मे कांग्रेस का आना ये सब विधायक विशाल पटेल के सक्रिय रहते ही संभव हो पाया है पिछले चुनाव मे अपने प्रतिद्वंदी मनोज पटेल को आसानी से हरा दिया था विपक्ष मे रहने के बाउजूद मुख्यमंत्री जी से अनेको कार्य मंजूर भी करवाए पर धरातल पर नही ला पाये इसका मुख्य कारण पूर्व विधायक मनोज पटेल को मानते है और कई बार कार्य रुकवाने और श्रेय लेने आरोप भी लगा चुके है ऐसे मे पूर्व विधायक का विरोध होने के बाउजूद बीजेपी मे मनोज पटेल को उम्मीदवार बनाया है टिकट मिलने के दो दिन बाद जनता का गुस्सा फूटा और आमलोग सडक पर उतरे बहारी को बाहर करो अबकी बार स्थानीय उम्मीदार का नारा लेकर जनता आगे बड़े जा रही थी जगह जगह पूर्व विधायक के पुतले जलाये गये और मनोज पटेल मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे थे इसके बाद कांग्रेस के हौसले पुरी तरह से बुलंद हो गये और वर्तमान विधायक विशाल पटेल की जीत और मंत्रिपद पक्का माना जाने लगा
सिर्फ स्थानीय उम्मीदवार
(विधायक) ही एक ऐसा मुद्दा है जो वर्तमान विधायक को टक्कर दे सकता है
सूत्र इतना विरोध होने के बाउजूद अगर टिकट मे फेरबदल नही किया तो बीजेपी के लिए देपालपुर जीतना आसान नही होगा
टिकट बदलना कोई बड़ी बात नही पूर्व मे भी कई ऐसे उदाहरण है जिनको टिकट मिलने के बाद टिकट मे फेरबदल करना पड़ा
बडनगर विधानसभा मे पिछले चुनाव मे जीतेन्द्र सिंह पंड्या को टिकट मिला था फॉर्म भरने व जुलुस निकलने के बाद भी टिकट बदलना पड़ा था हलाकि वहा नेताओं का दबाव था और यहा जनता जनार्दन का और जनता स्थानीय के मुड़ मे है
सुत्रो के अनुसार जबरेश्वर सेना के राजेंद्र चौधरी के मैदान मे आते ही बीजेपी तीसरे नम्बर की पार्टी बन गई है
रिपोर्ट शैलेन्द्र पंड्या