गुरुवार 28 सितंबर, 2012-20 2047 तक आधा भारत शहरों में बसेगा, इसलिए उन्हें भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार करना होगा : राष्ट्रपति मुर्मू

- इंडिया स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव
इंदौर को सात और मध्यप्रदेश को 13 पुरस्कार मिले
इंदौर इंडिया स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव के दूसरे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को नेशनल स्मार्ट सिटी अवॉर्ड के तहत 66 में से 21 अवॉर्ड प्रदान किए। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने तेजी से बढ़ते शहरीकरण पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत की शहरी आबादी 46 करोड़ से बढ़कर 87 करोड़ से अधिक हो जाएगी। यानी ढाई दशक बाद 50 प्रतिशत से अधिक लोग शहरी क्षेत्रों में रहेंगे। शहरों का जीडीपी को कुल योगदान वर्ष 2047 तक अभी के दो तिहाई से बढ़कर 80 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा। शहरों की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखकर भविष्य का रोडमैप तैयार करने की जरूरत है।
राष्ट्रपति ने इंदौर को देश की नंबर वन स्मार्ट सिटी के सम्मान से नवाजा। सूरत दूसरे और आगरा तीसरे नंबर पर रहा। इंदौर को सात अवॉर्ड मिले। महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर इलैया राजा टी, निगमायुक्त हर्षिका सिंह और स्मार्ट सिटी सीईओ दिव्यांक सिंह ने अवॉर्ड लिया। एक अन्य अवॉर्ड में दिव्यांक सिंह के साथ डीआर लोधी, मनीषा अग्रवाल भी थे। मप्र को बेस्ट स्टेट और इंदौर को बेस्ट स्मार्ट सिटी का अवॉर्ड दिया। मप्र को कुल 13 अवॉर्ड मिले। शहरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह और प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने मप्र की ओर से अवॉर्ड प्राप्त किया। अन्य 28 अवॉर्ड केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्री ने प्रदान किए। राज्यपाल मांगूभाई पटेल ने कहा कि मप्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य व 5 शहरों को 10 पुरस्कार मिलना हमें गर्व से भर रहा है।
मध्यप्रदेश विकास के नए आयाम गढ़ रहा है। विकास का नया मॉडल जो कि भविष्य की जरूरतों को देखकर बनाया गया है। सपनों को हकीकत में बदलने का काम कर रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की जनता इसके लिए बधाई की पात्र है। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विभागीय सचिव मनोज जोशी सहित देशभर से आए प्रतिनिधि मौजूद थे।
*ग्रीन एनर्जी पर बढ़ाएं काम:*
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि जलवायु परिवर्तन बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा है। यह हर स्तर पर चर्चा का हिस्सा है। भारत के 100 स्मार्ट शहरों के लिए लॉन्च किया गया क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज असेसमेंट फ्रेमवर्क इसका उदाहरण है। ग्रीन एनर्जी पर काम हो रहा है। हमें इसे और बढ़ाना है। इस दिशा में तेजी से काम करने की जरूरत है।
*ग्रीन एनर्जी में हम कहां…*
•50 फीसदी बिजली खपत •2030 तक ग्रीन एनर्जी पर होगा शिफ्ट
•5250 करोड़ का निवेश ग्रीन एनर्जी में अभी प्रक्रियाधीन
•4000 करोड़ का ग्रीन एनर्जी कॉरीडोर मप्र में तैयार
•60 हजार करोड़ का निवेश •2027 तक लाने का लक्ष्य
•2030 तक 100% सरकारी दफ्तर सौर ऊर्जा पर
•80 फीसदी तक सब्सिडी अभी ग्रीन एनर्जी पर मप्र में
•2431.87 मेगावाट बिजली सौर ऊर्जा से
•244.15 मेगावाट बिजली पवन ऊर्जा से
•बायोमॉस ऊर्जा- 119.53 मेगावाट उत्पादन बायोमास ऊर्जा से
•125 मेगावाट बिजली लघु जल ऊर्जा से
*ग्रामीण क्षेत्रों में मिले शहरों जैसी शिक्षा-स्वास्थ्य सुविधाएं*
राष्ट्र्पति मुर्मु ने कहा, हमें पूरे देश में सुरक्षित, स्वच्छ, स्वस्थ वातावरण विकसित करना है। इसके लिए हमें जिम्मेदार बनना होगा। अपने शहर और निवासियों के प्रति अपने कर्तव्य को समझना होगा। जैसे शहरों में डेंगू और मलेरिया जैसी आपदा प्रतिवर्ष आती हैं, इसके लिए हम प्रो-एक्टिव होते हैं। उसी तरह हम लोगों की सक्रिय भागीदारी और संबंधित विभागों का सहयोग आवश्यक है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं, शैक्षणिक संस्थानों और शहरों जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना चाहिए। इससे शहरों पर दबाव कम होगा और ग्रामीण लोगों की जीवन स्थिति में सुधार होगा।
*केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी बोले 27 शहरों में 870 किमी में दौड रही मेट्रो, ई-बसें भी दौड़ेंगी*
इंदौर स्मार्ट सिटी ऐसी योजना है, जो बड़ी तेजी से क्रियान्वित हुई है। भाजपा सरकार के घोषणा पत्र में हमने 100 स्मार्ट सिटीज की बात कही थी। स्मार्ट सिटी अवॉर्ड में इनोवेशन भी हैं। कई ऐसे राज्य हैं, जो स्वतः अपने शहर को स्मार्ट बना रहे हैं। हम इसे निजी सेक्टर में भी लाएंगे। यह बातें स्मार्ट सिटी कॉन्क्लेव में केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पत्रकारों से चर्चा में कहीं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी में बहुत काम हो रहा था पर प्रचार नहीं ।
*936 किमी ट्रैक और बन रहा*
अर्बन ट्रांसपोर्ट के सवाल पर मंत्री पुरी ने कहा, हम 27 बड़े शहरों में मेट्रो ले आए हैं। जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब यह शुरू हुई थी। आज हम 870 किलोमीटर तक पहुंच गए हैं। 936 किमी और ट्रैक बन रहा है। एक करोड़ यात्री रोज इसमें सफर कर रहे हैं। दिल्ली मेट्रो में कोरोना काल से पहले 60 से 65 लाख किराया आता था, अब 85 लाख तक है।
*अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों की कर्तव्यनिष्ठा*
■ इंदौर देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का पहला स्थान बनाए हुए है। अब तो स्मार्ट सिटी में भी नंबर वन है। इसके पीछे यहां के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की कर्तव्यनिष्ठा है। – *द्रौपदी मुर्मू,* राष्ट्रपति
*जो भी आता है. यहीं का होकर रह जाता है*
■ सफाई का सिरमौर इंदौर हर दौर में अव्वल रहने का आदी है। यहां जो भी आता है, वह यहीं का होकर रह जाता है। *शिवराजसिंह* चौहान, मुख्यमंत्री
*समूचे देश के लिए मॉडल शहर बना इंदौर*
■ इंदौर स्वच्छता में, स्मार्ट सिटी के तहत वेस्ट मैनेजमेंट, कार्बन क्रेडिट, पब्लिक स्पेस के विकास में किए कामों से समूचे देश के लिए मॉडल शहर बन चुका है। – *हरदीप सिंह पुरी,* केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री
रिपोर्टर मोहम्मद अय्युब