सबसे पुरानी और सबसे बड़ी कन्या स्कूल में नहीं है महिला प्राचार्य,लोगो की मांग है महिला प्राचार्य पदस्थ हो।
रिपोर्ट- नितिन पटैरिया
खुरई की सबसे बड़ी एवं पुरानी कन्या स्कूल ललिता शास्त्री कन्या शाला है ,जिसमें दो स्कूल संचालित होती हैं,ललिता शास्त्री व रानी दुर्गावती कन्या शाला, साथ ही मस्जिद के पास की क्रमांक दो स्कूल भी यँहा शिफ्ट हो चुकी है ।एकीकृत विद्यालय होने से इस स्कूल में एक ही प्राचार्य होता है जो दोनों स्कूलों को संचालित करता है। पूर्व में इस विद्यालय में कई वर्षों तक महिला प्रिंसिपल ही रही है। वर्तमान समय में महिला प्रिंसिपल या पुरुष प्रिंसिपल नहीं होने के कारण अपने-अपने हिसाब से लोग यहां प्रभार लेकर बैठे हैं, वर्तमान प्रभारी भी किले में पदस्थ होने के बावजूद ललिता शास्त्री स्कूल में अपना दबदबा बरकरार रखे हैं ।स्कूल भी पढ़ाई के नाम पर पहले से बदतर स्थिति में है।इस स्कूल में ललिता शास्त्री एवं रानी दुर्गावती दोनों स्कूलों की लगभग 2000 या अधिक छात्राएं अध्यनरत हैं इस हिसाब से कन्याओं को सुविधाजनक स्थिति में रखने के लिए यहां महिला प्रिंसिपल ही होना चाहिए ।विद्यालय के सामने की पार्किंग,टॉयलेट की गंदगी जैसी कई समस्याएं हैं जो वर्तमान प्रभारी हल नही कर पा रहे।समस्या कई हैं पर बेटियां सब सहन कर रही हैं कोई भी बच्ची इस बारे में नही बोलती क्योकि उनको वहाँ अपनी पढ़ाई जारी जो रखनी है।इस विद्यालय में वरीयता के आधार पर जिन्हें प्रभार मिले कम से कम वह भी महिला ही हो तो अच्छा है। इसी बात को लेकर लोग अपनी बात सोशल मीडिया के माध्यम से रख रहे हैं।