आँगन वादी केंद्र क्रमांक 40मे बच्चो को नहीं मिलता नाश्ता बच्चो के हक पर डाला जा रहा है डाका

तेंदूखेड़ा ===सरकार द्वारा पुरे भारत वर्ष मे जगह जगह आंगनवाड़ी एवं मिनी आंगनवाड़ी केंद्र खोले गए है जहाँ 3वर्ष से 6 वर्ष तक के बच्चो को नैतिक एवं ब्योहारिक शिक्षा दी जाती है तथा उन्हें खेल खेल मे बैदिक गणित पढ़ाई जाती है। साथ ही उन्हें पोषठीक आहार एवं उनके स्वथ्य का ख्याल रखा जाता है इन बच्चों को सुबह मीनू के आधार पर नाश्ता तथा बाद मे भोजन दिया जाता है। भोजन एवं नाश्ता सरकार द्वारा चिन्हित महिला स्वाशयता समूह के द्वारा दिया जाता है ओर इनका भुगतान सरकार द्वारा तय मानको के आधार ओर इनके खातो मे किया जाता है. मगर कुछ स्वाशाहता समूहों के द्वारा भोजन तथा नास्ते के वितरण मे कोताहि बरती जा रही है जिस पर सरकार अंकुश नहीं लगा पा रही है ऐसा ही एक मामला तेंदूखेड़ा से 40किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत दिनांरी के आँगन वादी केंद्र क्रमांक 40 मे देखने को मिला है जहाँ पर मिली आंगनवाड़ी सहायिका सुनिधि पाठकर ने बताया की इस केंद्र मे 80बच्चे है ओर हमारे यहा कभी भी समूह द्वारा आज तक बच्चो को नाश्ता नहीं दिया गया सिर्फ भोजन ही मिलता है वह भी मीनू के अनुसार नहीं मिलता है, समूह की अध्यक्ष को हम लोगो ने कई बार कहा है की बच्चो को नाश्ता दिया करो मगर वे सुनती नहीं है हमारे द्वारा उच्च अधूकारी को सुचना भी दे दी गई है मगर कोई फर्ख नहीं आया है इस तरह बच्चो के हक पर समूह द्वारा खुले आम डाका डाला जा रहा है।
*एसक्लेपियस आयुर्वेद संस्था नागपुर द्वारा लगाया गया स्वास्थ्य जागरूकता शिविर*
तेन्दूखेड़ा(दमोह)-नगर के वैदेही हायर सेकंडरी स्कूल वन विभाग के सामने लोगों को वर्तमान समय में खानपान और हमारी अव्यवस्थित जीवन शैली से हो रही जटिल बीमारियों के कारण उनसे बचाव की जानकारी से अपने एवं अपने परिवार के बेहतर निरोगी रहने के लिये एक स्वास्थ्य जागरुकता शिविर का आयोजन समाजसेवी उदय सेन द्वारा आयोजित करवाया गया जिसमें नागपुर से एसक्लेपियस आयुर्वेद संस्था के सर लायकसिंह राठौर,मेम दुर्गा ठाकुर,राहुल वर्मा,प्रणय ठाकुर की संयुक्त टीम ने उपस्थित जनसमूह को अपने एवं अपने परिवार के उत्तम स्वास्थ्य के लिये महत्वपूर्ण जानकारियां दी। वहीं अंग्रेजी दवाओं के दुष्प्रभावों के साथ आयुर्वेद से रोगों को जड़ से खत्म करने मानव जीवन मे महत्व बताया।
रिपोटर लक्ष्मण रैकवार