सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में क्लोरीन गैस रिसाव का मामला

संवाददाता-मोहन लाल
निंबाहेड़ा। नगर पालिका निंबाहेड़ा के कासोद स्थित सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांन्ट में 20 अगस्त मंगलवार को क्लोरीन गैस रिसाव के मामले को लेकर निवासियों ने शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में मंडी चौराहा से रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचकर उपखंड अधिकारी विकास पंचोली को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को अति शीघ्र कासोद गांव की आबादी क्षेत्र से दूर स्थापित करने की मांग की।
ज्ञापन में उन्होंने बताया कि नगर पालिका के शिवराज ट्रीटमेंट प्लांट के आसपास चार वार्डों 11, 12, 13 व 14 में हजारों परिवार निवासरत है।
20 अगस्त को को प्रातः 8 बजे के आस पास ट्रिटमेंट प्लॉट से अचानक क्लोरीन गैस का रिसाव होने से चारों वार्डों में निवासरत लोगों को श्वसन संबंधी तकलीफे होने लगी जिसके चलते नगर पालिका व प्रशासन के द्वारा यहां के निवासियों व मवेशियों को अन्य जगह स्थानान्तरित किया गया था।
गनीमत रही की घटना दिन में हुई यदि रात्रि में होती तो काफी संख्या में व्यक्तियों व मवेशियों को जान माल की हानि हो सकती थी ।
सीवरेज प्लांट से भविष्य में भी ऐसी घटना होने की संभावना है।
इस दौरान कासोद के वार्ड पार्षद राजू भील सहित सैकड़ो की संख्या में महिलाएं पुरुष एवं उपस्थित थे।
बता दें कि 20 अगस्त को क्लोरीन गैस हादसे के दौरान प्रशासन को दिन भर कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी और हिंदुस्तान जिंक चितौड़गढ़ से आए बचाव दल ने गैस रिसाव पर काबू पाया था।
गैस रिसाव के कारण बचाव कर्मियों सहित सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निकटवर्ती सबसे अधिक प्रभावित हुए परिवार जिनमें हिराबाई मेघवाल, बंसीलाल भील, डाड़मचन्द मेघवाल बंसीलाल मेघवाल, वरदीबाईं मेघवाल, देवीलाल मीणा, उदयराम मेघवाल, भेरुलाल तैली,लोकेश मेघवाल, भेरुलाल मेघवाल,हेमराज भील रोहित मेघवाल घर थें।
वहीं कुछ निकटतम निवासियों के पशुधन हानि भी हुई जिनमें सोहनी बाईं मीणा, लज्जाराम भील, भेरुलाल मेघवाल, कमलेश मेघवाल की तीन गाय तथा एक भैंस की मौत हुई थी तथा गैस रिसाव के समय कार्मिकों के साथ साथ गांव के स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य भी बिगड़ा था जिनमें गम्भीर बीमार लख्मीचंद भील व भेरुलाल मेघवाल थे, लख्मीचंद अभी इलाजरत है वही उपचार हेतु निंबाहेड़ा जिला चिकित्सालय से उच्च उपचार हेतु रेफर किया गया था जो आजतक उपचाररत है।
इधर हादसे को लेकर जिला कलेक्टर के निर्देश पर जांच कमेटी का गठन किया जिसके चलते गुरुवार को अतिरिक्त जिला कलेक्टर के नेतृत्व में जांच दल ने घटनास्थल पर पहुंचकर मौका पर्चा तैयार किया एवं प्रभावित लोगों से घटना की जानकारी ली इस दौरान भी लोगों ने अपने बयान में सीवरेज ट्रीटमेंट को प्लांट को वहां से हटाने के लिए कहा गया।