अंचल के विभिन्न स्थान में हर्षोल्लास से मनाया गया हलषष्ठी पर्व

रिपोर्टर संजू साहू
भवानीपुर/ पलारी। छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्योहारों में से एक कमरछठ का त्योहार जिसे हलछठ या हलषष्ठी भी कहा जाता है संतान की लंबी उम्र के लिए शनिवार को माताओं ने कमरछठ का व्रत रखा जिसकी तैयारी करने सुबह से ही बाजार में खासी भीड़ देखने को मिली इस पर्व में माताओं द्वारा छह तरह की भाजियां, पसहर चावल, काशी के फूल, महुआ के पत्ते, धान की लाई सहित पूजा की कई छोटी-बड़ी पूजन की सामाग्री भगवान शिव को अर्पित कर संतान के दीर्घायु जीवन की कामना की माताएं निर्जला रहकर शिव-पार्वती की पूजा की महिलाओं ने सामूहिक रूप से मंदिर में जाकर कथा सुनी, ग्रामीण क्षेत्रों में हलषष्ठी पर्व का खासा महत्व है। इस दिन महिलाएं हल से जुड़ी चीजो का सेवन नही करती स्थानीय मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया गया।माताओं ने सगरी बनाकर सारी रस्में निभाया। पलारी, अमेरा, घोटिया, कुसमी,
भवानीपुर, खपरी, सिसदेवरी, वटगन, गिधपुरी, भरुवाड़ीह, मलपुरी, रिवाडीह, बम्हनी, चरौदा, आदि में हलषष्ठी पूजन किया गया इस अवसर पर पंडित शेखराम शर्मा विपिन शर्मा दिनेश पांडे पाण्डेय रघुवर दास वैष्णव प्रिती झा गौरी निषाद भगवनती निषाद दुर्गा धरुवा सावित्री निषाद फेकन साहू रुक्मणी सेन हेमलता कनौजे भावनी निषाद प्रभा सविता ध्रुव सावित्री साहू देवकी साहू सविता साहू फूल निषाद कुन्ती जानकी चंद्राकर कहा इंद्राणी तिवारी अनीता तिवारी पुष्पा तिवारी सुषमा चंद्राकर धनेश्वरी साहू सीमा फेकर सरोजिनी चंद्राकर लता चंद्राकरलता साहू, पुष्पा साहू, मेनका साहू, गायत्री साहू,हेमिनसाहू,संतोषी सेन, देवकी साहू, दुलारी साहू,सहित बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पूजा अर्चना की।