चित्रकूट। सड़क न होने से जान जोखिम में डालकर मठदर पहुंचते हैं श्रद्धालु

रिपोर्ट । विवेक मिश्र
लगभग आधा सैकड़ा से अधिक गाँव के लोगों के लिए आस्था के बड़े केंद्र मठदर के भैरम बाबा के लिए आज भी सड़क की विकट समस्या है l भादौ महीने में प्रत्येक मंगलवार को यहां मेला लगता है और श्रद्धालु जान जोखिम में डालकर यहां पहुंचने पर विवश हैं l बुंदेली सेना ने जिलाधिकारी से समस्या निराकरण और तीर्थ स्थल के लिए सड़क की मांग की है l
बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि मठदर क्षेत्र में ही मुख्यमंत्री ने विगत में वृक्षारोपण की शुरुआत की थी l इस दौरान मडैयन प्रधान ने मठदर के भैरम बाबा की सड़क बनवाने का अनुरोध किया था l अधिकारियों ने उस समय जल्द ही सड़क बनवाने का आश्वासन भी दिया था लेकिन फिर कोई कार्यवाही नहीं हुई l सेहरिन गाँव से लगभग ढाई किमी. लम्बी सड़क वन क्षेत्र से होकर गुजरती है l कच्ची सड़क में कई एक जगह पर घुटनों पानी और कीचड से होकर श्रद्धलुओं को गुजरना पड़ता है l मठदर में पाठा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों के अलावा कर्वी माफ़ी, सोनेपुर, सिद्धपुर, कोलगदहिया, सेमरिया, शीतलपुर, रेहुटिया, कुठलिहाई समेंत पूरे जिले के आस्थावान पहुंचते हैं l वैसे तो श्रद्धालु लगभग हर महीने यहां दर्शन करने जाते हैं लेकिन भादौ महीने के प्रत्येक मंगल को यहां ग्रामीण पहुंचकर भण्डारे करते हैं l सड़क की समस्या हर साल श्रद्धालुओं को खलती है लेकिन समस्या का कोई निराकरण नहीं हो पा रहा l पेयजल की समस्या को देखते हुए कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने यहां सोलर पम्प की स्थापना कराई है l इससे पानी की समस्या तो हल हो गई लेकिन सड़क की समस्या अभी भी बरकरार है l बुंदेली सेना ने जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन से तीर्थ स्थल मठदर की सड़क बनवाने की मांग की है l बताया कि पहले मंगल को कर्वी माफ़ी और सोनेपुर गाँव के सैकड़ों आस्थावान मठदर पहुंचे और यहां रोट बनाकर भोग लगाया और परिवार सहित दर्शन किए लेकिन सड़क को लेकर सभी दुःखी थे और शासन प्रशासन से समस्या निराकरण की गुहार लगा रहे थे l