7 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आज होगा समापन

रिपोर्ट महेन्द्र पाटोदा
कसरावद स्मीपस्थ ग्राम डाबा श्री राम मंदिर में चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा आज होगा समापन।
भागवत कथा में चार वेद पुराण गीता एवं श्रीमद् भागवत महापुराण की व्याख्या।
पंडित श्री आशीष जी बर्वे हे मुखारविंद से उपस्थित भक्तों ने श्रवण किया।
7 दिनों तक भगवान श्री कृष्ण जी के वात्सल्य प्रेम के अलावा उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार आना।
कठोरता में विचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया।
इस धार्मिक अनुष्ठान के सातवें एवं अंतिम दिन भगवान श्री कृष्ण के सर्वोपरि लीला।
श्री रास लीला मथुरा गमन दुष्ट कंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंश वध कुब्जा उद्धार रुक्मणी विवाह शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्ति रस में डुबो दिया।
इस दौरान भजन गायन में उपस्थित लोगों को ताल एवं धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया पंडित जी ने सुंदर समाज निर्माण के लिए गीता से कई उपदेश के माध्यम अपने को उसे अनुरूप वाचन करने को कहा जो काम प्रेम के माध्यम से संभव है वह हिंसा से संभव नहीं हो सकता है समझ में कुछ लोग के अच्छे कर्मों द्वारा सदैव चित्र स्मरणीय होते हैं इतिहास इसका साक्षी है लोगों ने रात भर इस संगीत में भागवत कथा का आनंद उठाया।
एक साथ दिवस की भागवत कथा में आसपास संख्या में महिला पुरुष भक्तों ने कथा का आनंद उठाया 7 दिनों तक इस कथा में पूरा वातावरण भक्ति में रहा।
सहयोगी साथी प्रदीप मीणा उमेन मीणा, अनिल मीणा, आशीष मीणा, दीपक मीणा, संदीप मीणा, मनीष मीणा, समरथ मीणा, किशोर मीणा सरपंच, मोहन मीना, आदि रहे।