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गंदगी से पर्याप्त सफाई का अभाव मच्छरों का प्रकोप जारी


जीरापुर(सं):- स्वच्छ भारत मिशन तो ऐसा लगने लगा मानो औपचारिकता में सिमट कर रह गया है!
नगर के अनेकों ऐसे स्थान है जहाँ पर सफाई का अभाव कुढ़े कचरे का ढ़ेर इसी वजह से मच्छरों की भरमार है!
नगर की सफाई पर प्रतिमाह लाखों रुपए नगर परिषद खर्च करना बता रही है। फिर भी नगर में गंदगी पसरी रहती है। नगर परिषद के जिम्मेदारों के नाक के नीचे कचरे का अंबार है। इस कारण मच्छरों की भरमार हो गई है और लोग इन दिनों बीमारी से ग्रसित होकर डॉक्टर एवं अस्पताल में मच्छरों के काटने से शिकार होकर इलाज कराने पर मजबूर हैं।
नगर परिषद की उदासीनता कहे या गंदगी को नजर अंदाज करना कहे लेकिन देखने में यही आ रहा है कि नगर के तालाब एवं नाले पर गंदगी पसरी हुई है जबकि कई गलियों के नालो महीनों से सफाई के अभाव में भरे हुए है।
इधर कचरे की दुर्गंध से वार्डवासियोंं का पैदल चलना व घरों में बैठना मुश्किल हो गया है। वार्ड नम्बर 14 एवं 15 की नालियां भरी हुई हैं। दरगाह एवं नवनिर्मित पार्क के पास तालाब के नाले का तो भगवान ही मालिक है। कई जगह तो नाली चोक होने से सारा गंदा पानी सडक़ों पर आ रहा है।
कचरा जमा होने से फैली गंदगी बदबू से नागरिकों का जनजीवन बेहाल हो चुका है, इस गंदगी से कई बीमारियां फैलने का डर भी नागरिकोंं को सता रहा है। बावजूद नपा के जिम्मेदारों का इस और ध्यान नहीं है।
*कीटनाशक का छिडक़ाव लंबे समय से नहीं*
नगर की नालियों में कीटनाशक दवाई का छिडक़ाव भी लम्बे समय से नहीं होने से घरों के बाहर व अंदर मच्छरों की भरमार है। पहले तो शाम को ही मच्छरों का आतंक था पर अब तो 24 घंटे ही मच्छर परेशान करते हैं।
नगर में मच्छरों की भरमार पर कीटनाशक छिड़काव पर समय रहते ध्यान नहीं दिया तो भारी बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है जिसका जिम्मेदार नपा प्रशासन स्वयं होगा, वर्तमान में वायरल फीवर, डेंगू,व उल्टी दस्त के मरीज बड़ी संख्या में इलाज हेतू डाक्टरों के पास पहुंच रहे हे। वहीं आमजनों ने नपा प्रशासन से मांग की है कि सुबह-शाम कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव तुरंत कराया जा कर आमजनता को मच्छरों से मुक्ति दिलाई जावे।

रिपोर्टर -राजेश राठौर

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