देवी गंगा गीत के साथ भोजली विसर्जन।
रिपोर्टर संजू साहू
भवानीपुर/ पलारी। विकासखण्ड पलारी के ग्राम भवानीपुर में धूमधाम से भोजली विसर्जन किया गया। छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार भोजली मित्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। ये त्योहार अच्छी बारिश और अच्छी फसल के लिए शगुन के तौर पर माना जाता है। सोमवार को पलारी ब्लॉक के ग्राम पंचायत भवानीपुर में भोजली तिहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। 10 दिनों तक गांव की महिलाओं और युवतियों ने भोजली सेवा के बाद सोमवार को भोजली विसर्जित किया। सिर पर भोजली रखकर विसर्जन यात्रा निकली गई। इसमे गांव वाले भोजली गीत देवी गंगा गाते हुए गाजे बाजे के साथ गली मोहल्ले होते हुए तालाब पहुचे जहा भोजली को विसर्जित किया गया। बता दे कि 10 दिन पहले भोजली की बुआई की जाती है। हर रोज शाम को भोजली गीत गाया जाता है। इस दौरान देवी की पूजा अर्चना की जाती है।भोजली विसर्जन में भारी संख्या में महिलाएं और युवतियां ग्रामीण शामिल हुईं।