हवन कुंड के चक्कर लगाने मात्र से कम होता सर्प के काटने का असर
रिपोर्ट सुवीर कुमार
औरेया : सर्प के काटने से यहां नही हुई किसी की मौत * राजा जनमेजय की कर्म स्थली है कस्बा जाना* तालाब के अलावा हवन कुंड के अवशेष आज भी शेष है सरकार व प्रशासन चाहे तो बन सकता है पर्यटक स्थल सदर ब्लाक की औरेया ग्राम पंचायत कस्बा जाना जहां द्वापर काल मे राजा जनमेजय ने सर्प यज्ञ कराया था । मान्यता है कि इस कि सीमा के अंर्तगत जहरीले सर्प के काटने के बाद भी व्यक्ति की मौत नही होती है यहाँ तक कि बाहर से सर्प के काटने पर भी यदि यज्ञ शाला के चक्कर लगा लेता है तो सर्प का जहर खत्म हो जाता है। द्वापर के समाप्ति के बाद जब कलयुग शुरू हुआ ।तब राजा परीझि त को तझक नाग ने काट लिया था । तब उनके पुत्र राजा जनमेजय ने समूल नाग प्रजाति को नष्ट करने के लिए यहाँ पर यज्ञ कराने का निर्णय लिया । ऐसा भी माना जाता है कि यह स्थान सम्पूर्ण पृथ्वी का केंद्र बिंदु है ।सुप्रसिद्ध भगवता चार्य प0 रामबाबू द्विवेदी बताते हैं कि जब कलयुग का आगमन हुआ तो वह इन्हींके के राज्य में गाय व साधु संतों के साथ अन्याय करने लगा ।इन्होंने कहा आप कोंन हैं तो उसने अपना नाम कलयुग बताया । राजा ने कहा कि तुम हमारे राज्य में नही रह सकते हो ।तब कलयुग ने अनुरोध करके अपने रहने के स्थान मांग लिए । जिसमे जुआ ,शराब,वेश्या गमन,चोरी ,सवर्ण इन पाच स्थान दे दिए गए ।जब राजा ने अपने पूर्वजों का रखा पुराना मुकुट लगा लिया ।तो उसपर कलयुग सवार हो गया था ।वह शिकार करने जंगल गए थे ।वह उनको प्यास लगी ।समीप एक शमीक ऋषी की कुटिया थी ।तो उन्होंने जल मांग किन्तु वह पूजा में लीन होने के कारण बोले नही ।तभी क्रोघ में आकर उन्होंने समीप मरे सर्प को उनके गले मर डाल दिया ।इतने में उनकी पूजा भंग हो गयी ।और उन्होंने राजा को सात दिन में म्रत्यु होने का श्राप दे दिया । तभी राजा परीझि त ने सर्प यज्ञ करवाया ।सम्पूर्ण पथ्वी से बारी बारी से सर्प की जातीय मन्त्रो के स्मरण से आग में गिरते जा रहे थे ।तभी ब्रह्मा जी के अनुरोध पर एक तझक नाग बच गया था ।जिसने राजा को डस लिया था । जिसकी यज्ञ शाला आज भी मौजूद हैं ।यह महंत मनोहर दास दावा करते हैं की यह सर्प के काटने से व्यक्ति की मौत नही होती ।यहां परिक्रमा लगाने से जहर कम होने लगता है इसके अलावा तालाब में नहाने से बच्चों के सूखा रोग खत्म हो जाता है वरिस्ठ समाज सेवी पूर्व प्रधान नरेंद्र कुमार उर्फ मझले ,व,राजेश चौबे आदि बताते हैं कि यदि सरकार इसके सौन्दरी कारण करा दे ।तो यह स्थान पर्यटक स्थल बन सकता है