160 किमी लंबे नागदा-गोधरा सेक्शन में 93 किमी ट्रैक के दोनों ओर बनाई बाउंड्री 58 फीसदी काम पूरा हुआ
रिपोर्टर मोहम्मद अय्युब शीशगर
*इंदौर/भोपाल/रतलाम.* दिल्ली-मुंबई रूट पर 160 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन चलाने से पहले रेलवे ट्रैक को सुरक्षित कर रहा है। पशुओं व अन्य को ट्रैक पर आने से रोकने के लिए पूरे राजधानी रूट पर ट्रैक के दोनों तरफ बाउंड्रीवॉल बनाई जा रही है। रतलाम मंडल में इस रूट का हिस्सा नागदा से गोधरा तक है। इसकी लंबाई 160 किमी है। इसमें से अब तक 93.20 किमी में बाउंड्रीवॉल बन चुकी है। इसमें 60 किमी लंबी नागदा-रतलाम रेलखंड में बाउंड्रीवॉल बनी है। वर्तमान में रतलाम-गोधरा के बीच काम चल रहा है। यह सेक्शन करीब 100 किमी लंबा है। इसमें 33.20 किमी में प्री-कास्ट क्रांक्रीट की बाउंड्रीवॉल बनाई जा रही है। बाकी 67 किमी में भी जल्द ही बाउंड्रीवॉल बन जाएगी। बाउंड्रीवॉल बनाने पर 56 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
सारे विभाग एक साथ कर रहे काम – मिशन रफ्तार के तहत फिलहाल मंडल के सप्रे विभाग एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इसमें ब्रिजों की मरम्मत, ओएचई का रख-रखाव, सिग्नलिंग सिस्टम में सुधार, ब्रिजों पर स्टील चैनल स्लीपर की जगह एच बीम स्लीपर लगाए जा रहे हैं।
*मंडल के बाकी के सेक्शन में सेफ्टी फेंसिंग कर रहे*
राजधानी रूट के अलावा मंडल अन्य सेक्शनों को भी सेफ्टी फेसिंग करके सुरक्षित कर रहा है। इसमें उज्जैन-देवास-इंदौर खंड में 11 किमी, नागदा-भोपाल खंड में 21 किमी, रतलाम-खंडवा सेक्शन में 4 किमी, चंदेरिया मंदसौर के बीच 6.20 किमी और मंदसौर-रतलाम के बीच 3.70 किमी में फेंसिंग लगा दी गई है। पीआरओ खेमराज मीना ने बताया कि बाउंड्रीवॉल बनने से ट्रैक पर पालतू एवं जंगली जानवरों की आवाजाही रुकेगी। ट्रेनों को अधिकतम गति पर सुरक्षित चलाने में मदद मिलेगी।
अलावा परिचालनिक अवरोधों को दूर करने के लिए लूप लाइन का नवीनीकरण, कर्व री- अलाइनमेंट समेत अन्य वर्क चल रहे है*
*भोपाल नागदा खंड में 21 किलोमीटर व अन्य खंडों पर यह काम हुआ अब तक*
रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ 160 किलोमीटर बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत नागदा से रतलाम के मध्य 60 किलोमीटर सेक्शन में कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। रतलाम से गोधरा के मध्य 100 किलोमीटर में से 33.20 किलोमीटर बाउंड्रीवॉल का कार्य पूरा हो गया है। शेष कार्य को इस वित्त वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इसके अतिरिक्त रतलाम मंडल के उज्जैन-देवास-इंदौर खंड में 11 किलोमीटर खंड में मवेशियों को ट्रैक पर आने से रोकने के लिए सेफ्टी फेंसिंग का कार्य पूरा कर लिया गया। मंडल के नागदा-भोपाल खंड में 21 किलोमीटर, रतलाम-खंडवा सेक्शन में 4 किमी, चंदेरिया-मंदसौर के मध्य 6.20 किमी तथा मंदसौर-रतलाम के मध्य 3.70 किमी में फेंसिंग का कार्य प्रगति पर है।
*रेल्वे द्वारा विभिन्न प्रकार के काम किये जा रहे है*
जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा के अनुसार आधारभूत संरचना विकास का मुख्य उद्देश्य संरक्षा एवं सुरक्षा, यात्री व गुड्स ट्रेन की गति बढ़ाना, यात्री सुविधा में वृद्धि करना है। इसी क्रम में मुम्बई-दिल्ली वाया रतलाम रेल खंड पर ट्रेनों को मिशन रफ्तार के तहत 160 किलोमीटर प्रति घंटा से चलाने के लिए रतलाम मंडल के नागदा- गोधरा खंड में संबंधित कार्यों को प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। इसके लिए बड़े व छोटे ब्रिज की मरम्मत, ओएचई का रख-रखाव, सिग्नल सिस्टम में सुधार, कर्व का री-अलाइनमेंट, ब्रिज के ऊपर स्टील चैनल स्लीपर के स्थान पर एच बीम स्लीपर लगाने, परिचालन अवरोधों को दूर करने, ईआई कार्य सहित विभिन्न प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं।
*खेमराज मीणा* जनसंपर्क अधिकारी रतलाम मंडल