दस लक्षण पर्व भक्ति भाव से मनाया गया

बड़वाह/उत्तम क्षमा मार्दव आर्जव शौच सत्य संयम तप त्याग आकींचन एवं ब्रह्मचर्य इन दस धर्मों को अंगीकार करके दसलक्षण पर्व इस बार भी पूरे भक्ति भाव एवं हर्षोल्लास से मनाया गया। अंतिम दिवस क्षमावाणी जुलूस निकाल कर धर्म प्रभावना करके साधर्मी जनों ने श्रीजी का अभिषेक पूजन इत्यादि क्रियाएं सम्पन्न की। जगह जगह श्रीजी की आरती, भक्ति देखने को मिली। जन जन ने अपने द्वार से निकल रहे श्रीजी को भक्ति पूर्वक नमन किया एवं भावना भाई की प्रभु हमें आपकी भक्ति का सौभाग्य जन्मों जन्मों तक मिलता रहे।
उत्तम क्षमा से शुरू होकर ये पर्व क्षमावाणी पर एक दूसरे से अपनी गलती की क्षमा याचना करके सम्पन्न हुआ। जुलूस में श्रीजी को विराजमान करने का सौभाग्य श्री शुभम सुनील कुमार जैन एवं चंवर क्रमशः श्री प्रेषित विजय कुमार जी जैन, श्री दीपक बाबूलाल जी जैन, श्री अखिलेश नरेंद्र कुमार जी जैन, श्री आशीष कैलाश चंद जी जैन को मिला। श्रीजी का प्रथम कलश श्रीमति सरोज विशाखा दीपक कुमार जी जैन, शांतिधारा एवं श्रीजी के माल का सौभाग्य श्री बाबूलालजी, कैलाश जी, रोहन जी एवं पूरे जैन बस परिवार को मिला।
रिपोर्ट विपिन जैन