बालाघाट जिला में निर्माण दबंग भ्रष्टाचारो की वजह से बिहार की तरह बह रहे पुल
रिपोर्टर– देवेंद्र बलिये
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2024 गर्मी में तैयार किया गया 25 लाख की लागत से तैयार किया गया पुल बरसात में बह गया जिसमे प्रयाप्त मात्रा में लोहा ना होना घटिया क्वालिटी का सिमेन्ट इन्जिनियर का पैसे बचाने वाला ड्राइंग जिम्मेदार निर्माण कार्य में अपारदर्शी का रवैया इस ओर बालाघाट जिला प्रशासन की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसे यह साफ जाहिर है कि या तो इसकी जानकारी छुपाई गई या निर्माण कार्य में पारदर्शिता की कमी निर्माण कार्य में पढ़े लिखे इंजीनियर की लाफरवाही देख कर यह आकलन लगाया जा सकता है निर्माण स्थल पर उपस्थिति कितनी जिम्मेदारी से की गई होगी जिस पुल के निर्माण मे सरकार से 25 लाख रिलीज किया गया बताया जा रहा है वह सही मूल्यांकन करने में लगभग 5 से 7 लाख की लागत आकलन लगाया जा सकता है बाकी राशि का उपयोग कहा किया गया होगा जनता स्वयं समझ जाती है जिम्मेदार खुले आम जनता के बीच भ्रष्टाचार की थाली परोसने का कार्य कर रहा है आम जनता समाज सेवक और पत्रकारों के द्वारा अगर शिकायत की जाती है तो जांच के नाम पर जिम्मेदार को राजनीतिक दबाव से बचाने का कार्य किया जाता है बालाघाट जिला में आए दिन लाफरवाह पूर्ण कार्य करने वालों की शिकायत और जाच टीम गठित होती है लेकिन दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं होने पर प्रशासनिक कार्यवाही लंबित नजर आती है लेकिन भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले मास्टरमाइंड आसानी से बचकर निकल जाते हैं जनता के बीच लाखों करोड़ों के बजट का ढोल पीटा जाता है कलम तो बहुत कुछ लिख जाती है लेकिन कलमकार को सुरक्षा कहा जनता के बीच खर्च की जाने वाली राशि का बालाघाट जिले में कब तक दुरुपयोग यूंही होता रहेगा और विकास का परसेंटेज सिर्फ कागजों में बढ़ता दिखाया जाता रहेगा