पालिका की अनदेखी के कारण अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे संभल सौंदर्यकरण के डिजिटल बैनर
संवादाता, शाहरुख ख़ान
संभल शहर में जिधर देखों उधर बदहाल स्थिति नजर आ रही हैं लेकिन, नगर पालिका की नजर शायद शहर की दुर्दशा तक नहीं पहुंच रही है। सड़कें, सफाई व्यवस्था, सीवर, नाले, मैनहोल के साथ ही शहर की सुंदरता की जान कहे जाने वाले पार्क भी बदहाल स्थिति में हैं। शिकायतों के बाद भी शहर की स्थिति को सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया हैं।जिम्मेदार अनजान बने हैं। बही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने हर शहर को सुँदर बनाने के लिए डिजिटल बैनर के माध्यम से सौन्दर्यीकरण किया गया मगर अब कुछ माह बाद ही उनकी हालत ये है की उनके नाम के अक्षर ही मिटने लगे है ! और मिटने बाले अक्षरों को देखने बाला और उसमें सुधार करने बाला कोई नहीं है ! और इसके जिम्मेदार भी इससे अनजान बने हुए है क्युकी इनकी नजर अबतक इनके सुंदरीकरण पर नहीं पहुंची है या ये जिम्मेदार लोग खुद जानबूझकर अनजान बन गए है ! अब देखना ये है कबतक इस की हालत में सुधार होता है या इसकी स्तिथि ज्यों की त्यों ही रहेगी !