साजिश कर्ता गुंडों से डरने वाला नहीं हूँ, मेरी सच्चाई, ईमानदारी और कार्य व्यवहार किसी से छिपी नहीं है… पुरुषोत्तम कैवर्तय
रिपोर्ट-समेश्वर कमलवंशी
कसडोल / भारतीय जनता पार्टी कसडोल मण्डल के मीडिया प्रभारी एवं छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ कसडोल इकाई के सहसचिव पुरुषोत्तम कैवर्तय ने उनके खिलाफ किए गए शिकायत एवं उनपर हुए हमले के बारे में पूछने पर कहा कि उनका जीवन हमेशा से सार्वजनिक है l वे पिछले 33 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्त्ता है, तथा विगत 15 वर्षों से छत्तीसगढ़ श्रमजीवी संघ से जुड़े है l इस पर वे गर्व भी महशूस करते हैं l उन्होंने आगे कहा कि वे अपने 57 वर्षों के जीवन कल में बचपन से बहुत उतार -चढाव देखा है l बचपन से संगीत के क्षेत्र में अच्छा नाम कमाया, 13 वर्षों तक सरस्वती शिशु मंदिर कसडोल में आचार्य के रूप में सेवाएं दी, 15 वर्षों तक परिक्षेत्र एवं केंद्र में सचिव एवं महासचिव के रूप में समाज की सेवा नि :स्वार्थ सेवा की है l अतः सभी क्षेत्र में उनकी सच्चाई, ईमानदारी व कार्य व्यवहार किसी से छिपी नहीं है l उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह पार्टी के एक सिपाही की तरह जनता की सेवा में लगा है उसी तरह एक पत्रकार होने के नाते सच्ची पत्रकारिता धर्म निभा रहा है l अब किसी भ्रष्टाचारी को उनकी कलम से तकलीफ हो उसमे वे क्या कर सकते हैं?
मीडिया प्रभारी पुरुषोत्तम कैवर्तय ने कहा कि 3 सितम्बर 2024 को जनपद पंचायत कसडोल के सामने अनेक लोगों रहते हुए ग्राम पंचायत छाँछी के सरपंच कमल किशोर साहू एवं ग्राम पंचायत खैरा( क ) का सरपंच पति व जिला पंचायत बलौदाबाजार का सभापति गोरेलाल साहू दिन दहाड़े हमला करना, अपमान जनक अश्लील गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देना उनकी बौखलाहट को दर्शाता है l क्योंकिआने वाले समय में बहुत जल्दी उनपर पंचायती राज अधिनियम के तहत कार्रवाई होना तय है l उन्होंने कहा कि पत्रकार संघ के सदस्यों सहित उनके खिलाफ शिकायत लेकर गए तो थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों ने उनके खिलाफ दो दिन पहले शिकायत की है l इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अपने गुनाहों पर पर्दा डालने और उन पर आने वाले दिनों में पंचायती राज अधिनियम के तहत होने वाले कार्रवाई से बचने एक पत्रकार पर दबाव बनाने अपने पैसे और पद के घमंड में किसी भी हद तक जा सकते हैंl
पुरुषोत्तम ने कहा कि सूत्रों से पता चला है कि पुलिस थाना कसडोल एवं पुलिस अधीक्षक बलौदाबाजार कुछ भोले भाले सरपंचो को लालच देकर बरगलाते हुए मेरे खिलाफ मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया गया है l क्योंकि पता चला है कि अधिकांश सरपंचो से काम दिलाने के लिए गोरेलाल साहू द्वारा डेढ़ -दो वर्षपहले से रुपए लिया गया है और आज पर्यंत सरपंचो को काम नहीं मिला है और नहीं रूपए वापस मिला l इस बात की चर्चा पत्रकार सदन में भी पूर्व में हो चुकी है l गोरेलाल साहू ने रुपए शायद किसी विभाग में दिया होगा उनके खिलाफ शिकायत करने के नाम से सरपंचो को इकठ्ठा किया और लालच देकर एक तीर से दो निशाने लगाने मेरे खिलाफ शाजिस में उन्हें शामिल कर मेरे खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाते हुए मुझे किसी तरह फँसाने झूठी शिकायत की है l उनके शिकायत में कोई सच्चाई नहीं है l मैं इस तरह की झूठी शिकायत करने व मुझपर हमला कर जान से मारने की धमकी देने वाले गुंडों से डरने वाला नहीं हूँ l मैं फिर कहता हूँ भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ लिखने से मेरे कलम को कोई नहीं रोक सकता l