सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम हुआ आयोजित
रिपोर्टर राजपाल सिंह
देवास / भारत सरकार के सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जिला अग्रणी बैंक बैंक आफ इंडिया द्वारा होटल रामाश्रय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम महाप्रबंधक एफजीएम कार्यालय भोपाल प्रमोद कुमार द्विवेदी के आतिथ्य में आयोजित हुआ। इस दौरान एसएमइयूसी विभाग की प्रमुख श्रीमती कुसुम, आंचलिक प्रबंधक इंदौर अंचल राजेश कुमार, जिला व्यापार उद्योग केंद्र महाप्रबंधक मंगल रैकवाल, सहायक महाप्रबंधक इंदौर अंचल सौरभ सिकरवार, उप आंचलिक प्रबंधक एन जेजेश्वर राव, जिला विकास प्रबंधक ओजस्वी दीक्षित, अग्रणी जिला प्रबंधक अहसन अहमद उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके पश्चात स्लाइड शो के माध्यम से बैंक आफ इंडिया की 119 वर्षों की यात्रा से सभी आगंतुकों को परिचित कराया गया। एसएमइयूसी विभाग की प्रमुख श्रीमती कुसुम ने विभाग की त्वरित सेवाओं से ग्राहकों को परिचित कराया।
इस अवसर पर प्रमोद कुमार द्विवेदी ने उपस्थित ग्राहकों को नया व्यवसाय शुरू करने और अपने वर्तमान व्यवसाय के विस्तार के लिए बहुत ही सरल शब्दों में बैंक की योजनाओं की जानकारी दी तथा बैंक आफ इंडिया परिवार से जुड़ने हेतु आमंत्रित किया। उन्होंने बैंक के नियमों के अनुसार कम से कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्धता हेतु आश्वस्त किया।
आंचलिक प्रबंधक इंदौर अंचल राजेश कुमार ने ग्राहकों से संवाद में बताया कि हमारा बैंक ग्राहकों को उत्कृष्ट सेवा देने हेतु सदैव तत्पर है और वर्तमान में ग्राहकों की जमा राशियों पर सर्वाधिक ब्याज दे रहा है। जिला व्यापार उद्योग केंद्र महाप्रबंधक श्री मंगल रैकवाल ने कहा कि देवास जिले में नए उद्योग हेतु अपार संभावनाएं हैं और सरकार भी वर्तमान में नए उद्योग लगाने के लिए काफी योजनाएं ला रही है। सभी लोग इस अवसर का लाभ लेते हुए बैंक ऑफ़ इंडिया से जुड़कर अपना उद्यम लगा सकते हैं। श्री रैकवार ने महाप्रबंधक श्री द्विवेदी को अवगत कराते हुए बताया कि अगर बैंक ऋण वितरण की अपनी प्रक्रिया को थोड़ा तेज कर दे तो नए उद्यमियों को बैंक से जुड़ने में मदद मिलेगी।
इस पर महाप्रबंधक श्री द्विवेदी द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया कि वह अपनी टीम को इस हेतु निर्देशित कर देंगे कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक द्वारा ग्राहकों की प्रश्नोत्तरी पर उनके सवालों का संतोषजनक जवाब दिया। कार्यक्रम के अंत में महाप्रबंधक श्री द्विवेदी द्वारा नवागंतुक ग्राहकों को लगभग 11 करोड़ 75 लाख के ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान कर उनका बैंक ऑफ़ इंडिया परिवार में स्वागत किया गया।