रतलाम में मौत का सफर : जान की परवाह बगैर अंचलों में दौड़ रहे वाहन, बेखौफ सवारी और लोडिंग वाहन चालक
संवादाता मोहम्मद शरीफ कुरैशी
22 सितंबर 2024
रतलाम जिले के जावरा शहर पुलिस अधिकारी सूबेदार सोनू वाजपेई ने वाहन रोककर हाथ जोड़कर दी समझाइश
मजदूर से भरी लोडिंग वाहन में सफर कर रहे मजदूर
चालान कटवाने को तैयार पर उतरने को तैयार नहीं सोयाबीन की कटाई को जाते मजदूरो के लिए सरकार को करना चाहिए कोई व्यवस्था ताकि मजदूर अपनी जान जोखिम में डाल कर सफ़र करने को मजबूर ना हो ना पड़े
– सप्ताह भर में दूसरा हादसा, रूट पर वाहन नहीं मिलने से ग्रामीणों को ओवरलोड में सवारी मजबूरी
रतलाम, जिला मुख्यलय के आदिवासी अंचल में सोयाबीन कटाई के मोसम में एक बार फिर ओवरलोड वाहन मौत का सफर साबित हो रहा है। सप्ताह भर में दूसरी बार बाजना के पास एक पिकअप वाहन घाट से उतरते समय पलटी खाते हुए 17 फीट खाई में चला गया। घटना में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 11 घायल हो गए। वाहन में सभी मजदूर थे जो कि सोयाबीन कटाई को लेकर मंदसौर जिले में जा रहे थे।
जिला और पुलिस प्रशासन की आंखे मूंदने से शनिवार शाम फिर बाजना थाना अंतर्गत गढ़ीगमना व डाबर घाट के बीच बड़ी दुर्घटना हुई है। बताया जा रहा है कि पिकअप वाहन क्रमांक MP 14 GB 0578 में करीब 15 मजदूर सवार थे। घाट उतरते समय पिकअप के ड्रायवर का का बैलेंस बिगड़ा। स्टेयरिंग अनियंत्रित होकर घाट से नीचे पलटी खाते हुए सीधी हो गई। मौके से ड्रायवर भाग गया। घटना में भाणजी (40) पिता वालजी रावत निवासी छोटा डेकडिया थाना आंबापुरा (राजस्थान) की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर आसपास के ग्रामीण व पुलिस मौके पर पहुंची। 11 घायलों को तत्काल बाजना का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। 2 की हालात गंभीर होने पर रतलाम रेफर किया। बताया जा रहा है कि मृतक संभवत: पिकअप वाहन के कैबिन की छत पर बैठा होगा। गाड़ी पलटी खाने से वह दूर फेका गया। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। हादसे के बाद बाजना पुलिस जांच की औपचारिकता में जुटी है।
ओवरलोड वाहनों की थानों में बंदी
जिला मुख्यालय का त्रिपोलिया गेट बस स्टैंड, संत रविदास चौराहा, बाजना बस स्टैंड पर भी ओवरलोड बसे और लोडिंग वाहनों में बेखौफ चालक यात्रियों को बैठा रहे हैं। जिला मुख्यालय पर यह हालात हैं तो अंचल में मोटर व्हीकल एक्ट की धज्जियां उड़ती तस्वीर सड़कों पर आराम से देखी जा सकती है। जानकारों के मुताबिक सैलाना – सरवन मार्ग स्थित परिवहन विभाग का बैरियर हो या अंचल के थाने सभी पर नियम विपरीत और ओवर लोडिंग वाहनों से बंदी बंधी हुई है, जिसके चलते जिम्मेदार आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं के बावजूद आंखें मूंदे बैठे रहते हैं।