शिक्षिका को किया अटैच अतिथि के भरोसे चल रहा स्कूल
रिपोर्ट श्याम आर्य भीमपुर
भीमपुर विकासखण्ड के संकुल केंद्र चांदू के अंतर्गत ग्राम खुज्जुढाणा में शिक्षा विभाग
की लापरवाही का खामियाजा 20 आदिवासी बच्चियां भुगत रही हैं. शिक्षा विभाग द्वारा इन मासूम बच्चियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. बता दें कि,प्राथमिक शाला खुज्जुढाणा स्कूल में पहली से लेकर पांचवीं कक्षा तक के कक्षाओं में 12 बच्चों दर्ज है एक शिक्षिका को पदस्थ किया था ग्रामीणों ने बताया यहां पर सिर्फ एक-दो महीने ही रही के बाद यहां से शिक्षिका चली गई अब अतिथि के भरोसे 5 कक्षाएं चल रही है
मिडिल स्कूल धामनिया के शिक्षक सालकराम बारस्कर ने बताया की Ac साहब के आदेश पर मिडिल स्कूल धामनिया में अटैच किया गया है
शिक्षाविभाग के अधिकारी के नियम अनुसार जहां पर एक शिक्षक या शिक्षिका पदस्थ रहते हैं उन्हें दूसरी जगह पर अटैच नहीं कर सकते अब शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ही नियम के विरुद्ध काम कर रहे हैं अपने ही स्तर पर शिक्षिका को प्राथमिक शाला खुज्जुढाणा से धामनिया मिडिल स्कूल में किया गया है
यह एक बड़ी लापरवाही है जिसके चलते खुज्जुढाणा के ग्रामीण के बच्चे आज शिक्षा के परेशान हो रहे हैं
एक अतिथि की भरोसे स्कूल इस लापरवाही का सीधा असर बच्चियाों की पढ़ाई पर पड़ रहा है.
अपने नौनिहालों के बेहतर भविष्य की चाह में गरीब आदिवासी अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करते हैं. मगर यहां शिक्षा विभाग की लापरवाही और अनदेखी की वजह से इन आदिवासियों की पढ़ने की चाहत पर ग्रहण लगता दिख रहा है. भीमपुर ब्लाॅक के खुज्जुढाणा गांव में संचालित प्राथमिक शाला में पहली से पांचवीं कक्षा तक अध्ययनरत 5 कक्षाओं के लगभग 20 छात्र छात्राओं के लिए केवल एक ही अथिति शिक्षक को विभाग ने पदस्थ किया है. इस वजह से बच्चों की पढ़ाई पर सीधे तौर पर असर पड़ रहा है.
*शिक्षा विभाग ही नियमों की उड़ा रहा धज्जियां*
शिक्षा विभाग की लापरवाही का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि शिक्षा विभाग के नियमों को ताक पर रखकर एक शिक्षिका को अपने आदेश पर धामनिया मिडिल स्कूल में अटैच कर दिया गया शिक्षा विभाग भीमपुर के डोंगरे जी द्वारा बताया गया कि हमारे आदेश से नहीं हुआ है बीईओ कौशिक जी के माध्यम से हुआ होगा वैसे जिस स्कूल में एक ही शिक्षक है उसे दूसरे स्कूल में अटैच नहीं कर सकते है यह अटैचमेंट का काम
बीईओ साहब के स्तर पर हुआ होगा मेरे स्तर पर में संकुल प्रचार होने के बावजूद मैं अटैचमेंट नहीं करता ऐसा नहीं होना चाहिए था दो टीचर भी होते तो ऐसा नहीं कर सकते मैं मेरे स्तर पर कोशिश कर सकता हूं की जो टीचर जहां पदस्थ है वह वहीं पर काम करें मैं मेरे स्तर पर कोशिश करता हूं हम इस महीने उनकी सैलरी पर रोक लगाएंगे
इस स्कूल में अध्ययनरत मासूमों के लिए एक शिक्षक तक की व्यवस्था विभाग द्वारा नहीं की गई है. अथिति शिक्षक होने के कारण अधिकांश कक्षाओं में पढ़ाई भी नहीं हो पाती है. यहां अध्ययनरत मासूम छात्राएं बताते हैं कि उन्हें पढ़ने की इच्छा तो होती है, मगर शिक्षक नहीं होने की वजह से वो पढ़ाई नहीं कर पाते. इतना ही नहीं छात्राओं ने ये भी बताया कि इस स्कूल के निरीक्षण के लिए आज तक वरिष्ट अधिकारी भी नही आते हैं. ना शिक्षा विभाग के आला अधिकारी इन छात्राओं से मिलकर इनकी समस्या जानने या समझने की कोशिश तक नही की
यहां पदस्थ इकलौते अथिति शिक्षक हरिराम यादव बताते हैं कि एक ही अथिति शिक्षक होने की वजह से अध्यापन के कार्य में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उती गांव के सरपंच सुभाष धुर्वे ने बताया कि वे पिछले कई दिनों से शिक्षिका वहां पर पदस्य नहीं है इसकी सूचना भीमपुर BEO कौशिक जी को दे दी गई है गग्रामीणों ने इस स्कूल में शिक्षक की मांग की है वहीं जिला शिक्षा अधिकारी से जल्द शिक्षिका को पदस्थ करने की बात कही है. ग्राम पंचायत सरपंच सुभाष धुर्वे का कहना है की शिक्षिका ज्वाइनिंग देने आई थी उसके बाद से पता नहीं अतिथि ही स्कूल लगा रहा है
*BEO कौशिक जी का कहना है की स्कूल बंद तो नहीं होगा फिर भी में देखवा लेता हूं इसको*
*DDO बलदेव डोंगरे का कहना है की हमारे आदेश से नहीं हुआ है BEO के माध्यम से हुआ होगा जहां पर एक शिक्षक है उन्हें दूसरी जगह अटैच नहीं कर सकते वेतन पत्रक खुज्जू ढाणा का ही आ रहा है*